अमरावती की सांसद नवनीत राणा ने सिटी कमिश्नर पर केमिस्ट की हत्या मामले को दबाने का आरोप लगाया है। राणा ने कहा कि शहर की पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने हत्या को डकैती के तौर पर पेश करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “12 दिनों के बाद वह घटना पर सफाई दे रही हैं। उन्होंने पहले कहा कि यह एक डकैती थी और मामले को दबाने की कोशिश की। अमरावती के पुलिस आयुक्त के खिलाफ भी जांच होनी चाहिए।”
निर्दलीय सांसद ने यह भी कहा कि उन्होंने मामले को लेकर गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था, जिसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कार्रवाई की। जांच के लिए एनआईए की टीम अमरावती पहुंची। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा कि मामला केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया गया है।
हनुमान चालीसा मामले में हुई थी राणा दंपति की गिरफ्तारी
मालूम हो कि नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को अप्रैल में महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर उनकी ओर से हनुमान चालीसा का पाठ करने के ऐलान के बाद हुई। हालांकि, दंपति ने बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले दिन शहर के दौरे का हवाला देते हुए योजना को छोड़ दिया था।
केमिस्ट की हत्या का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
अमरावती में केमिस्ट की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। यह इस मामले में सातवीं गिरफ्तारी है। पुलिस ने कहा कि यह हत्या का संबंध भाजपा की निलंबित नेता नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट से हो सकता है। सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि एनआईए की टीम अमरावती पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य पुलिस के आतंकवाद-निरोधक दस्ते (एटीएस) की एक टीम भी अमरावती शहर पहुंच रही