गोवा कांग्रेस में हुई कथित बगावत फिलहाल थमने की खबर है, लेकिन कहा जा रहा है कि पार्टी से सिर से खतरा टला नहीं है। अभी भी कुछ विधायकों के भारतीय जनता पार्टी के साथ संपर्क में होने की खबर सामने आई है। हालांकि, अभी तक इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। रविवार को 11 में से करीब 5 कांग्रेस विधायक संपर्क से बाहर हो गए थे। इसके बाद आलाकमान भी एक्शन में आ गया था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों का कहना है कि संभावित दल बदलू अभी भी भाजपा के साथ संपर्क में हैं। सूत्र बताते हैं कि फिलहाल योजना खत्म नहीं हुई है और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत भाजपा के संपर्क में बने हुए हैं। खास बात है कि कामत पर ही बगावत शुरू करने के आरोप लगे थे। पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक और प्रदेश प्रभारी दिनेश गुंडू राव की तरफ से बुलाई गई बैठक से गायब रहे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस में विद्रोह भले ही रुक गया हो, लेकिन पार्टी सतर्क है और कुछ विधायक भी निगरानी में हैं। इनमें से माइकल लोबो भी हैं, जो कांग्रेस के साथ होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन रविवार को संपर्क से बाहर हो गए थे।
रिपोर्ट में कांग्रेस सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि भाजपा ने 6 विधायकों को गोवा से निकालने के चार्टर्ड फ्लाइट तैयार कर ली थी और भाजपा का एक शीर्ष नेता भी विधायकों के साथ संपर्क में था। इध, कांग्रेस का कहना है कि पार्टी में कुछ भी गलत नहीं है और भाजपा गोवा इकाई में फूट डालने की कोशिश कर रही है।
भाजपा का इनकार
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कांग्रेस में जारी संकट में किसी भी भूमिका से इनकार कर दिया था। चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा था, ‘कांग्रेस के मौजूदा संकट से भाजपा का कोई लेना देना नहीं है।’