यूपीए के शासनकाल में तत्कालीन उपराष्ट्रपति ‘हामिद अंसारी के निमंत्रण’ पर भारत आए पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के सनसनीखेज दावे के बाद भारत में इस पर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में भाजपा ने कांग्रेस पर कड़ा हमला बोलते हुए कई सवाल पूछे हैं। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा ना सिर्फ कांग्रेस यह स्पष्ट करे कि आतंकवाद पर उसकी क्या नीति थी बल्कि यह भी बताए कि क्यों पूर्व उप राष्ट्रपति ने पाकिस्तानी पत्रकार को पांच बार आमंत्रित किया था।
दरअसल, पाकिस्तान के सीनियर पत्रकार नुसरत मिर्जा ने अपने एक यूट्यूब इंटरव्यू में हाल ही में दावा किया है कि वह 2005 से 2011 के बीच कई बार भारत आए और सूचनाएं इकट्ठी कर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई तक पहुंचाई हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी द्वारा उन्हें करीब पांच बार भारत आमंत्रित किया गया था। उन्हें आमतौर पर अनुमति से अधिक शहरों की यात्रा करने की अनुमति दी गई थी।
‘कांग्रेस पार्टी को स्पष्ट करना चाहिए’
इस बयान के बाद अब भाजपा ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी को स्पष्ट करना चाहिए कि आतंकवाद का मुकाबला करने की उसकी नीति क्या थी। क्यों पाकिस्तानी पत्रकार को पांच बार आमंत्रित किया गया था। मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उपराष्ट्रपति का पद संवैधानिक है और ऐसे कई मुद्दे हैं जिन्हें वह साझा नहीं कर सकते क्योंकि वे देश की सुरक्षा से जुड़े हैं।
भारत को कमजोर करने का प्रयास किया गया
भाटिया ने कहा कि ऐसा एक बार नहीं, बल्कि पांच बार हुआ है। इस जानकारी का इस्तेमाल आईएसआई ने भारत को कमजोर करने के लिए भारत के खिलाफ किया गया। भारत आतंकवाद के खिलाफ अभियान का नेतृत्व कर रहा है और कांग्रेस सरकार ने एक ऐसे व्यक्ति को आमंत्रित किया जिसे हमारे देश और उसके लोगों के खिलाफ इस्तेमाल की गई जानकारी दी गई थी।
हामिद अंसारी को इतना सम्मान दिया गया, और..
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को स्पष्ट करना चाहिए कि आतंकवाद से निपटने के लिए उसकी नीति क्या थी। क्या यह आतंकवाद को समाप्त करने की उनकी नीति थी। हामिद अंसारी को इतना सम्मान दिया गया, बदले में उन्होंने क्या दिया। भाटिया ने यह भी कहा कि एक देश जो आतंकवाद का समर्थन करने के लिए जाना जाता है, उस देश के एक व्यक्ति को आतंकवाद के खिलाफ बोलने के लिए आमंत्रित किया जाता है। यह आतंकवाद से लड़ने की कैसी नीति है।