मुंबई – शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सरकार की संकल्पना से कोस्टल रोड परियोजना की शुरुआत हुई थी। हाल में इसका लोकार्पण वर्तमान की शिंदे सरकार ने किया। शिवसेना की संकल्पना मुंबईकरों को भा गई है। इस परियोजना के कई चरणों का काम बाकी फिर भी यो नई रोड लोगों को रास आने लगी है। कोस्टल रोड पर वाहनों की भरमार देखने को मिल रही है। एक सप्ताह में ही इस रोड पर वाहनों की आवाजाही में ४० फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
बता दें कि मनपा की महत्वाकांक्षी परियोजना कोस्टल रोड को शिंदे सरकार ने चुनावी लाभ के लिए आंशिक रूप से शुरू तो कर दिया है, लेकिन अब भी उसके काफी काम बाकी हैं। आनन-फानन में सरकार के निर्देश पर खोले गए इस अधूरे कोस्टल रोड पर अब ट्रैफिक बढ़ने लगी है। लोग इसकी संकल्पना को लेकर खूब आकर्षित हैं, लेकिन यातायात के दौरान अधूरे काम से परेशान भी हो रहे हैं। मनपा अधिकारियों के अनुसार, आंशिक रूप से खुली कोस्टल रोड का उपयोग करनेवाले मोटरचालकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस पर पहली बार वाहनों को अनुमति दी गई थी, उस दिन से अब तक यहां वाहनों की संख्या में ४० प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। दिलचस्प बात यह है कि सबसे अधिक ट्रैफिक दोपहर ३ बजे से शाम ४ बजे के बीच देखी जाती है, न कि सुबह के पीक आवर्स के बीच। जब शहर में कुल मिलाकर दक्षिण की ओर ट्रैफिक अपने चरम पर होता है। आमतौर पर दक्षिण की ओर जानेवाली सुरंग में सुबह के समय पीक आवर्स का अनुभव होता है, जबकि उत्तर की ओर जानेवाली सड़क पर सबसे अधिक ट्रैफिक होता है।