कोली-कोरी भाइयों का होली महोत्सव बड़े हर्ष और उल्लास के साथ संपन्न

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ठाणे – फाल्गुन शुक्ल पंचमी को कोंकण, मुंबई, रायगढ़, ठाणे जिलों में शिमगोत्सव मनाया जाता है! होली पूरन पोली का त्यौहार है। महाराष्ट्र में होली के मौके पर घर-घर में पूरन पोली बनाई जाती है और होली पर पूरन पोली का भोग भी लगाया जाता है। शिमगोत्सव, होली का त्यौहार पूरन पोली के साथ पूरे कोली-कोरी समुदाय में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और साथ ही इस पूरन पोली की मिठास भी बढ़ती है।

आइए जानते हैं कोली और कोरी शब्दों में अंतर। कोली समुदाय महाराष्ट्र के अलावा महाराष्ट्र, गोवा, केरल, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में भी बड़ी संख्या में रहता है। कोली समाज को गुजरात और मध्य प्रदेश में कोली-कोरी समाज के नाम से जाना जाता है। जैसे महाराष्ट्र के साथ-साथ मुंबई और ठाणे के समुद्री तट पर कोली-कोरी समुदाय रहता है।

ठाणे जैसे शहरी क्षेत्र में, जहां कोली समुदाय की बड़ी आबादी है, कोली-कोरी समुदाय के सदस्यों का होली उत्सव 2024 30 मार्च को श्री आनंद भारती महाराज की उपस्थिति में इस चेंदानी कोलीवाड़ा में बड़े उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन एवं चित्र पूजन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कोली-कोरी भाई शामिल हुए।

इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केदारभाई लाखेपुरिया-महाराष्ट्र अध्यक्ष अखिल भारतीय कोली समाज संगठन, डॉ. हरीश कोरी-उपाध्यक्ष भारतीय कोली समाज, एसके प्रसाद-मुंबई कोली समाज अध्यक्ष, चेतराम कोली-सेवानिवृत्त आयकर आयुक्त थे। मुंबई, डॉ. शिवकुमार कोरी-एमबीबीएस मुंबई, डॉ. रोहित शंकवार, एमबीबीएस-एमडी मुंबई, जितेंद्र गढ़वे, राष्ट्रीय सलाहकार अखिल भारतीय कोली समाज, दिनेशजी कोली, उपाध्यक्ष महाराष्ट्र, अजिंक्य पाटिल, युवा महासचिव, प्रफुल्ल नखवा, ठाणे शहर अध्यक्ष , आनंद कोली-ठाणे शहर उपाध्यक्ष, सोनू खेरौलिया, सचिन पाबिया, जयवंत नारौलिया, हरिश्चंद्र नारौलिया-अध्यक्ष कोरी समाज, उपाध्यक्ष राजेंद्र कोरी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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