गाजा – हमास इजराइल विवाद में अब चीन की भी एंट्री हो चुकी है. पिछले 6 महीनों से चल रही इस जंग में अभी तक कई पश्चिमी और मध्यपूर्व के देश शामिल थे. लेकिन अब भारत के पड़ोसी देश ने भी इसमे दखल देना शुरू कर दिया है. खबरों के मुताबिक चीन अपने यहा हमास और फिलिस्तीनी सरकार फतह के बीच बैठक कराने जा रहा है. बता दें कि हमास गाजा के अंदर अपनी सरकार चलाता है तो वेस्टबैंक में फतह की सरकार है, दोनों ही के बीच आपसी मतभेद भी दशकों पुराना है, जिसको दूर करने की पहले भी कोशिश हो चुकी है. दोनों पार्टियों की ये बैठक ऐसे समय पर हो रही जब गाजा युद्ध एक विकराल रूप ले चुका है.
फतह के एक अधिकारी ने शुक्रवार को ‘रॉयटर्स’ को बताया कि संगठन के वरिष्ठ अधिकारी अज़्ज़म अल अहमद के नेतृत्व में एक डेलीगेशन चीन के लिए रवाना हुआ है. हमास के एक ऑफिशियल के मुताबिक बातचीत के लिए हमास कि ओर से भी वरिष्ठ नेता मौसा अबू मरज़ौक के नेतृत्व में एक टीम जल्द चीन के लिए उड़ान भरेगी.
इजराइल और हमास जंग के बीच कई देशों ने इस विवाद की वजह फिलिस्तीन मुद्दे का न सुलझना बताया है और इसके हल के लिए दो राष्ट्र की वकालत की है. लेकिन फिलिस्तीन की आजादी की लड़ाई लड़ने वाली भी दो पार्टियां हमास और फतह है जिनमें आपसी लड़ाई भी हैं. ऐसे में दो राष्ट्र समझोते की बात आगे बढ़ाने के लिए इन दो पार्टिंयों में समझौता होना जरूरी है.