मुंबई – एनसीपी अजित पवार गुट के बड़े नेता और राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल ने कहा है कि महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी के टूटने से शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे व एनसीपी (एसपी) के नेता शरद पवार के लिए मतदाताओं के मन में सहानुभूति है। इसका फायदा इन दोनों को होगा, इसके चलते बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति के लिए जीत का मार्ग आसान नहीं है। इतना ही नहीं, भुजबल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लोगों को भरोसा है। एक बार फिर उनकी सरकार बने यह लोगों की इच्छा है, लेकिन बीजेपी के 400 पार के नारे को लेकर लोगों में डर भी है। भुजबल ने यह बात एक चैनल को दिए साक्षात्कार में कही। भुजबल का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब चुनाव अपने पूरे जोर पर है। नासिक सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक भुजबल ने हालांकि खुद को चुनावी रेस से अलग कर लिया है, लेकिन नासिक सीट पर उम्मीदवार कौन होगा, इसे लेकर अब तक कोई फैसला नहीं हो पाया है।
अजित गुट से नाराजगी
भुजबल ने इसको लेकर भी अपनी नाराजगी व्यक्त की है। जब उनसे पूछा गया कि क्या एनसीपी (अजित गुट) ने नासिक सीट पर अपना दावा छोड़ दिया है? इस पर भुजबल ने कहा कि मैं ऐसा नहीं कह सकता। इस बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेता ही फैसला ले सकते हैं। मैं इतना जानता हूं कि होली के दिन मुझसे कहा गया था कि मुझे नासिक से लोकसभा का चुनाव लड़ना है। मैंने खुद यह सीट नहीं मांगी थी, लेकिन जब मुझसे चुनाव लड़ने को कहा गया, तब मैंने इस बारे में सोचना शुरू किया।