मुंबई – हालांकि, अब उन्हें विश्वास है कि ‘हीरामंडी’ उनके बारे में लोगों की धारणा बदल देगी। अध्ययन सुमन ने बताया कि कैसे उनके माता-पिता, शेखर सुमन और अलका सुमन ने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान उनकी मदद की। एक्टर ने कहा, ‘मैं अतीत पर ध्यान नहीं देना पसंद करता हूं, लेकिन कुछ कठिन दौर भी आए हैं और वे पूरे समय मेरे साथ रहे हैं। मेरी मां काफी भावुक हैं, जबकि मेरे पिता भी भावुक होते हुए भी अपनी भावनाओं को अपने तक ही सीमित रखते हैं। अक्सर , मुझे उनके इंटरव्यूज के जरिए मेरे प्रति उनकी भावनाओं का पता चलता है क्योंकि वह उन्हें घर पर खुले तौर पर व्यक्त नहीं करते हैं।’
एक्टर ने बताया कि उनके माता-पिता के सपोर्ट और उनके खुद के आत्मविश्वास ने उन्हें नशीली दवाओं, ड्रग्स और शराब के जाल में फंसने से रोका। अध्ययन ने बताया कि वह आसानी से नशीली दवाओं या शराब के दुरुपयोग में पड़ सकते थे, लेकिन उन्होंने जानबूझकर ऐसा नहीं करने का फैसला किया। उन्होंने स्वीकार किया कि पहले उनके जीवन में एक बड़ा बोझ था, लेकिन वह बोझ अब मौजूद नहीं है। एक्टर ने कहा कि उनके माता-पिता ने उनके भाई को खो दिया था, जो बेहद दर्दनाक था।