नई दिल्ली – 18वीं लोकसभा के शुरुआती सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष पर फैसला हो सकता है। चर्चा है कि राहुल गांधी लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता होने के साथ ही नेता प्रतिपक्ष बन सकते हैं। कांग्रेस के भीतर से लगातार उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की मांग सामने आती रही है। कहा जा रहा है कि राहुल गांधी इस पद के लिए अपना मन बना रहे हैं। अगले हफ्ते इस पर पार्टी अपना रुख साफ कर सकती है। पार्टी के एक सूत्र का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष को लेकर हम न तो किसी दबाव में हैं और न जल्दबाजी में। पहले सत्र से जुड़ी औपचारिकता होने दीजिए। दस साल बाद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा हासिल होने जा रहा है। दरअसल, मोदी सरकार के पहले दो कार्यकाल में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के सदन में 10 फीसदी नंबर भी नहीं जुट पाए थे। लिहाजा उसे नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं मिला। इस बार कांग्रेस का संख्याबल 99 है, तो उसके खाते में यह पद आएगा।