भोपाल – प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने गकहा कि मप्र में दो अलग-अलग विचारों के कानून चल रहे हैं, दबंगों के लिए अलग और दलित, अल्पसंख्यक के लिए अलग। प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुये पटवारी ने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ मोर्चा खोलकर निर्दोष व्यक्तियों दलितों, अल्पसंख्याकों के पक्ष में खड़ी होकर कांग्रेस पार्टी आवश्यकता पड़ने पर कोर्ट में इन अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठायेगी।
जीतू पटवारी ने रविवार काे पीसीसी कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा राज में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लगातार प्रशासन द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। जैसा कि प्रदेश में एक एजेंड़े के तहत काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भिण्ड के कलेक्टर ने हत्या करने वाले एक व्यक्ति का मकान तोड़ा वहीं दूसरे अपराधी के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई। एक कानून में दो अलग-अलग विचार प्रस्तुत हुये उसका वीडियो भी वायरल हुआ, जिसने उसने कहा कि मकान उसके तोड़े जायेंगे जिससे नफरत और घृणा बढ़ेगी, प्रशासन को खुली छूट दे गई है कि सिर्फ दमनकारी रवैये के साथ काम करें।
पटवारी ने कहा कि भिण्ड में लगातार तीन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मकान तोड़े गये, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. गोविंद सिंह पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। यह भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा, नफरत घृणा और बदले का अहसास कराता है कि प्रदेश का भविष्य सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने बहुत अंर्तमन से भाजपा को वोट दिया था और भावना व्यक्त की थी कि प्रदेश अच्छा चलेगा। परंतु लगातार वह चाहे लाड़ली बहना के नाम पर हो, गैस सिलेण्डर, चाहे समर्थन मूल्य पर गेहूं और धान के नाम पर वोट मिला हो, पर गुमराह करके, भ्रम फैलाकर वोट लिया, सरकार द्वारा उस पर एक शब्द नहीं बोला जाता और लगातार दमनकारी व्यवहार भाजपा सरकार और उनके नेताओं का बढ़ता जा रहा है।