काठमांडू, 31 अगस्त। मोरंग के सुंदरहरैचा में दो नाबालिग लड़कियां मृत पाई गईं हैं। पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक उनकी मौत जहर खाने से हुई है। केला के बागान में जिन दो नाबालिग लड़कियों का शव बरामद हुआ है उनकी पहचान 3 वर्षीया अर्पणा कार्की और 1 वर्षीया आयशा कार्की के रूप में हुई है।
दोनों मृतक नाबालिग लड़कियां 31 वर्षीय अर्जुन कार्की और अस्मिता पौडेल की बेटियां हैं, जो धनकुटा के रहने वाले हैं और वर्तमान में मोरंग सुंदरहरैचा, मालती टोल में सीता रेग्मी के घर में रह रहे हैं। जिला पुलिस कार्यालय मोरंग के एसपी नवराज कार्की ने कहा कि जिस स्थान पर दोनों लड़कियों के शव मिले हैं, वहां कीटनाशक भी पाया।
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि बीते शाम करीब छह बजे अर्जुन और अस्मिता के बीच झगड़ा हुआ था। अर्जुन, जो एक ट्रक ड्राइवर था, वह सुबह जल्दी ही अपने काम पर चला गया। पुलिस प्रमुख एसपी कार्की ने बताया कि बच्चों की मां अस्मिता ने अपने मकान मालिक और पड़ोसियों को यह बताया था कि वह सुबह अपने दो बच्चियों को छोड़कर पूर्वाचल विश्वविद्यालय एक की ओर जा रही है।
दोपहर करीब साढ़े चार बजे दो नाबालिगों के शव मिले। शव मिलने के बाद भी अभी देर शाम तक उनकी माँ अस्मिता नहीं मिली हैं। पुलिस ने कहा कि हो सकता है कि उसने अपनी दोनों बेटियों को जहर दे दिया हो और भाग गई हो।
स्थानीय लोगों ने थाने को सूचना दी थी कि केले के बगान में दो बच्चे मृत पाये गये हैं। एसपी कार्की के नेतृत्व में एक टीम मौके पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि घटना की जांच की जा रही है।
चूंकि अस्मिता के मिलने तक घटना की हकीकत सामने नहीं आएगी, इसलिए उसकी तलाश की जा रही है। बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए वीपी कोइराला इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज, धरान भेज दिया गया है।