मुंबई, 03 सितंबर। नांदेड़ जिले में पिछले तीन दिनों से हो रही घनघोर बारिश के चलते गोदावरी नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। जिला प्रशासन ने गोदावरी नदी के तटीय इलाकों से मंगलवार सुबह तक 200 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। जिले में भारी बारिश के कारण जिले के सभी नदी-नालों में बाढ़ आ गई है, इससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। जिला प्रशासन ने गोदावरी नदी के तटीय इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थल पर जाने की अपील की है।
नांदेड़ जिले में जारी भारी बारिश के कारण जिले में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. आज भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इसमें गोदावरी नदी खतरे के निशान को पार कर गई है और नदी के किनारे स्थित गोवर्धन घाट श्मशान घाट और इलाके के मंदिर पानी में डूब गए हैं. अब तक 200 परिवारों का पुनर्वास किया जा चुका है। नांदेड़ जिले में पिछले तीन दिनों से बारिश हो रही है। इसके चलते गोदावरी नदी में बाढ़ आ गई है और कल से नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। इसके चलते गोदावरी नदी पर बने विष्णुपुरी बांध के 14 गेट कल से खोल दिए गए हैं। इसके चलते गोवर्धन घाट श्मशान घाट और गोदावरी नदी के किनारे बने अन्य मंदिर पूरी तरह से पानी में डूब गए हैं। गोदावरी नदी में विष्णुपुरी बांध से पानी छोड़े जाने से यहां स्थिति खतरनाक बनी हुई है। इसके चलते जिला प्रशासन ने नदी किनारे के करीब 200 परिवारों को स्थानांतरित किया है। बाढ़ की स्थिति अभी भी जारी है और गोदावरी नदी के किनारे के निवासियों को सतर्क कर दिया गया है।