शिमला, 26 नवंबर । हिमाचल प्रदेश में सर्दी के तेवर तीखे होते जा रहे हैं। राज्य में सोमवार की रात इस मौसम की सबसे सर्द रात रिकॉर्ड की गई और तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। जनजातीय क्षेत्रों में सर्दी ने कहर बरपाया, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पिछले एक पखवाड़े से राज्य के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में सबसे ज्यादा ठंड महसूस की जा रही है और स्थानीय लोग कड़ी सर्दी से जूझ रहे हैं।
लाहौल-स्पीति और किन्नौर में तापमान में भारी गिरावट आई है। इन जिलों में प्राकृतिक जलस्रोतों, नालों व झरनों का पानी जम गया है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक लाहौल-स्पीति के ताबो में न्यूनतम तापमान -10.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस मौसम में पहली बार यहां पारा इतना नीचे गया है। इसी जिला के कुकुमसेरी, केलंग और समधो में न्यूनतम तापमान क्रमशः -5.6 डिग्री, -3.6 डिग्री व -1.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। अन्य शहरों की बात करें तो किन्नौर के कल्पा में 0.2 डिग्री, रिकांगपिओ व मनाली में 2 डिग्री, सियोबाग में 2.5 डिग्री, नारकंडा में 2.8 डिग्री, कुफ़री में 3.5 डिग्री, भरमौर में 4.5 डिग्री, शिमला में 7.4 डिग्री, सुंदरनगर में 5.3 डिग्री, भुंतर में 3.1 डिग्री, धर्मशाला में 8.6 डिग्री, ऊना में 6.5 डिग्री, पालमपुर में 5.5 डिग्री, सोलन में 4.1 डिग्री, कांगड़ा में 7, मंडी में 6.2 डिग्री, बिलासपुर में 7.6 डिग्री, हमीरपुर में 6.8 डिग्री, चम्बा में 6.9 डिग्री, डल्हौजी में 6.1 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 7.4 डिग्री, सराहन में 8.1 डिग्री और कसौली में 8.6 डिग्री।
मौसम विभाग का कहना है कि बीती रात राज्य का औसतन न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.7 डिग्री नीचे दर्ज किया गया।
तीन दिन कोहरे का अलर्ट, 30 नवम्बर व 2 दिसम्बर को बर्फबारी की उम्मीद
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार हिमाचल में पिछले कुछ दिनों से लगातार ठंड बढ़ रही है और आगामी सप्ताह में इसके और बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने बिलासपुर और मंडी के मैदानी इलाकों में अगले तीन दिन यानी 27, 28 व 29 नवम्बर को शीतलहर और घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है।
इस दौरान राज्य में मौसम शुष्क बना रहेगा। 30 नवम्बर व दो दिसम्बर को मध्ययवर्ती व उच्चपर्वतीय इलाकों में बर्फबारी का अनुमान है। जबकि पहली दिसम्बर को मौसम साफ़ रहेगा। खासतौर पर लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चम्बा जिलों में बर्फबारी होने से तापमान के लुढ़कने से ठंड का कहर और बढ़ जाएगा।