मुंबई, 28 नवंबर । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियों की मिली पराजय के बाद ईवीएम का जोरदार विरोध शुरू हो गया है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने भी गुरुवार को इस आन्दोलन में शामिल होने का निर्णय लिया है, लेकिन मनसे ने यह लड़ाई अकेले लड़ने का ऐलान किया है।
मनसे नेता बाबू बागस्कर ने बताया कि गुरुवार को पुणे में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे की अध्यक्षता में पदाधिकारियों और पराजित उम्मीदवारों की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में मनसे के सभी पदाधिकारियों और पराजित उम्मीदवारों ने कहा कि उनकी पराजय ईवीएम की वजह से हुई है। इसके बाद राज ठाकरे ने मनसे पदाधिकारियों को ईवीएम को लेकर सबूत जुटाने का आदेश दिया? राज ठाकरे ने इससे पहले जब उन्होंने ईवीएम का विरोध किया था, तो किसी ने उनका साथ नहीं दिया था, इसलिए अब वे यह लड़ाई खुद अकेले लड़ेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस विधानसभा चुनाव में मनसे के एकमात्र विधायक राजू पाटिल चुनाव हार गए हैं। इसके साथ ही राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे, राज ठाकरे के विश्वस्त नेता संदीप देशपांडे, बाला नंदगांवकर, अविनाश जाधव भी पराजित हुए हैं और मनसे को सिर्फ 1.8 फीसदी वोट मिले हैं। इससे मनसे का चुनाव चिन्ह भी संकट में आ गया है।