अयोध्या जिले के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए वोटिंग हो रही है. बता दें कि 1 बजे तक 44.59 फीसदी मतदान हुआ है . चुनाव आयोग ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं. यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच है. मिल्कीपुर विधानसभा सीट से 2022 में समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने जीत दर्ज की थी. प्रसाद ने 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद (अयोध्या) से सांसद चुने जाने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, जिससे इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी. बीजेपी ने इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. उधर, सपा भी इस सीट को बचाए रखने के लिए कोशिश करती नजर आ रही है. लेकिन क्या अयोध्या में मिली हार का बदला बीजेपी ले पाएगी.
अयोध्या के मिल्कीपुर उपचुनाव में दोपहर 3 बजे तक 57.13 फ़ीसदी मतदान हुआ है. यहां के पोलिंग बूथों पर लोग भारी मात्रा में वोट करने पहुंचे.
अयोध्या के मिल्कीपुर में दोपहर 1 बजे तक 44.59 % वोटिंग हुई है. यहां के पोलिंग बूथों पर लोग भारी मात्रा में वोट करने पहुंचे.
मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने सोशल मीडिया के माध्यम से कई पोस्ट डालकर कुछ मतदेय स्थलों पर फर्जी मतदान कराए जाने और कई स्थानों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन खराब होने की शिकायत चुनाव आयोग से की है. इसके वे वीडियो भी डाल रहे हैं.
अयोध्या के मिल्कीपुर में वोटर काफी जोश में दिखाई दे रहा है. मिल्कीपुर में सुबह 11 बजे तक 29.86 फीसदी मतदान हुआ है
अयोध्या में समाजवादी पार्टी सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा, ‘आज चुनाव हो रहा है, मिल्कीपुर का चुनाव मर्यादा पुरुषोत्तम राम की धरती अयोध्या के जनपद मिल्कीपुर का चुनाव है जो मेरा संसदीय क्षेत्र है. मैं देवतुल्य मतदाताओं का आभार प्रकट करता हूं, जिन्होंने मुझे अयोध्या का सांसद बनाया और देश-दुनिया में मेरा सम्मान बढ़ाया. बहुत अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि भाजपा की सरकार ने लगातार दबाव डालकर चुनाव को प्रभावित किया.
आज जब मतदान हो रहा है, तो मुझे सूचना मिल रही है कि हमारे(समाजवादी पार्टी) कार्यकर्ताओं को पोलिंग बूथों से भगाया जा रहा है. हमारे कम से कम 5 कार्यकर्ताओं को बंद कर दिया गया है. भीम राव अंबेडकर के संविधान को चकनाचूर किया जा रहा है और सभी आचार संहिताओं का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है.’
अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर वोटरों में काफी जोश देखने को मिल रहा है. सुबह 9 बजे तक 13.34% वोटिंग हो चुकी है. शुरुआती 2 घंटों में ये रफ्तार है, तो आगे वोटिंग प्रतिशत काफी अच्छा हो सकता है.
मिल्कीपुर उपचुनाव में अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जहां एक तरफ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने पूरी ताकत झोंकी, वहीं राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेताओं ने भी यहां मतदाताओं को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. उपचुनाव में मिल्कीपुर सीट पर दस उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव से दूरी बनाई है, अलबत्ता कांग्रेस ने सपा को समर्थन दिया है. इस चुनाव में भाजपा ने चंद्रभानु प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि उनके मुकाबले समाजवादी पार्टी ने सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मौका दिया है. अयोध्या के राजनीतिक जानकार कहते हैं कि इस उप चुनाव में भाजपा ने सपा पर परिवारवाद का आरोप लगाकर राष्ट्रवाद का नारा दिया है.
नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी मिल्कीपुर में अपना उम्मीदवार उतारा है. जानकारों का कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद की फैजाबाद (अयोध्या) पर जीत को भाजपा के लिए झटके के रूप में देखा गया और इस हार से उबरने के लिए पार्टी उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए पूरा दमखम लगा रही है. अधिकारियों के अनुसार पांच फरवरी को उपचुनाव के तहत मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा और शाम पांच बजे तक चलेगा. यहां 3,70,829 मतदाता हैं, जो 10 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. अधिकारियों ने यहां बताया कि मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए 414 बूथ बनाए गए हैं, जिनके लिए मतदान दल राजकीय इंटर कॉलेज से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ रवाना हो रहे हैं.
सोमवार को, चुनाव प्रचार समाप्त होने से पहले, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक सभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने नौ सीटों पर पिछले वर्ष उपचुनाव कराया, लेकिन हार के डर से मिल्कीपुर सीट का चुनाव टाल दिया था. भाजपा जानती थी कि मिल्कीपुर के लोग समाजवादियों का साथ कभी नहीं छोड़ सकते, इसलिए उन्होंने सुनिश्चित किया कि चुनाव टल जाए, लेकिन जो लोग चुनाव से भागेंगे, जनता उन्हें मिल्कीपुर से बाहर निकालने का काम करेगी. वहीं, अयोध्या में 22 वर्षीय एक दलित युवती की हत्या के मामले को लेकर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए रविवार को प्रेसवार्ता के दौरान सांसद प्रसाद रो पड़े थे. पत्रकारों से बात करते हुए भावुक हुए प्रसाद बोले- ‘मैं उसे बचाने में असफल रहा.’ मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए मतगणना आठ फरवरी को होगी.