उत्तर कोरिया, यह नाम सुनते ही मन में क्रूरता की तस्वीर आ जाती है. उत्तर कोरिया में लोग कई अजीबो-गरीब कानूनों में बंधकर खौफनाक जीवन जी रहे हैं. वे बेहद पिछड़ेपन और गुलामी में जीवन जीने के लिए मजबूर हैं. यहां के तानाशाह किम जोंग उन ने लोगों के हेयर स्टाइल से लेकर उनके सोने-जागने, पढ़ने-बोलने-देखने तक पर कई प्रतिबंध लगाए हुए हैं. लेकिन उनकी बहन किम यो जोंग क्रूरता के मामले में उनसे भी एक हाथ आगे हैं.
किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग कड़े से कड़े फैसले लेने में जरा भी वक्त नहीं लगाती हैं. वे उत्तर कोरिया की सबसे ताकतवर महिला हैं. वे जब तब अपने सबसे बड़े दुश्मन दक्षिण कोरिया को हड़काती भी रहती हैं.
द सिस्टर: एक्स्ट्राऑर्डिनरी स्टोरी ऑफ किम यो जोंग नाम की किताब में यो जोंग को लेकर कई सच सामने आए हैं. उत्तर कोरिया की राजनीति को बेहद करीब से देखने वाले लेखक संग यून ली ने अपनी इस किताब में बताया है कि कैसे तेज-तर्रार किम यो जोंग ने देश की राजनीति में अपनी जगह बना ली.
बतौर कार्यकर्ता पार्टी में काम की शुरुआत करने वाली यो जोंग का कद इतनी से बढ़ा कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया उन्हें किम जोंग उन का उत्तराधिकारी मानने लगा. इतना ही नहीं जब खराब सेहत के चलते लंबे समय तक किम जोंग उन पब्लिक में दिखाई नहीं दिए तो माना जाने लगा था कि अब उनकी बहन यो जोंग उनकी जगह लेंगी.
यो जोंग अपने पिता किम जोंग इल के बेहद करीब थीं. जब वे छोटी थीं, तब अपने पिता के बगल में बैठकर खाना खाती थीं, जबकि बाकी परिवार दूर बैठता था. बचपन से ही बेहद होशियार यो जोंग ने स्कूली पढ़ाई स्विट्जरलैंड के किस स्कूल से की इसका खुलासा कभी नहीं किया गया. वहां उनका नाम और दस्तावेज बदल दिए गए थे.
यो जोंग सभी भाई-बहन में सबसे छोटी हैं लेकिन सबसे ज्यादा तेज और पढ़ी-लिखी हैं. कम्प्यूटर पर उनकी अच्छी पकड़ है, साथ ही अंग्रेजी और जर्मन भाषाओं में भी परफेक्ट हैं, जबकि उनके भाई किम जोंग उन को ठीक से अंग्रेजी नहीं आती है.