मुंबई । शिवसेना नेता संजय निरुपम ने महाराष्ट्र के आवास मंत्री एकनाथ शिंदे और स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (एसआरए) के प्रमुख को पत्र लिखकर एसआरए परियोजनाओं में कुछ बिल्डर अपनी परियोजनाओं के माध्यम से ‘हाउसिंग जिहाद’ को अंजाम देकर कुछ क्षेत्रों की जनसांख्यिकी को बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। संजय निरुपम ने महाराष्ट्र में सुनियोजित तरीके से चल रहे हाउसिंग जिहाद पर कार्रवाई करने की मांग की है।
संजय निरुपम ने शुक्रवार को मुंबई में पत्रकारों को बताया कि एसआरए परियोजनाओं में अधिकांश बिल्डर हिंदू लोगों के आवेदनों को अयोग्य बताकर खारिज करके एसआरए फ्लैट या दुकानों के लिए अपनी परियोजनाओं में मुस्लिम लोगों को शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस ‘हाउसिंग जिहाद’ के जरिए मुस्लिम बिल्डर मुंबई की जनसांख्यिकी को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। संजय निरुपम ने कहा कि कुछ बिल्डर मुंबई के कुछ इलाकों में मुस्लिम आबादी को केंद्रित करने की रणनीति अपना रहे हैं। इसका असर मुंबई के माहौल पर पड़ सकता है।
निरुपम ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, इसके साथ-साथ सांस्कृतिक विविधता का केंद्र भी है। इस शहर में विभिन्न समुदायों की सहभागिता रही है, लेकिन यदि एसआरए जैसी सरकारी योजनाओं में किसी भी तरह का भेदभाव किया जाता है, तो इससे सामाजिक समरसता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।