प्री मानसून गतिविधियों के चलते देश के कई राज्यों में लगातार मौसम का मिजाज बदल रहा है। दिल्ली-NCR जहां बारिश होने के बाद उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है, वहीं आज फिर राजधानी दिल्ली में आंधी तूफान के साथ बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बिहार के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय है, वहीं उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश तक एक निम्न स्तर की ट्रफ रेखा बनी हुई है, इस कारण से उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में तेज हवाएं चलने के साथ बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश बिहार, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश, उत्तरी कर्नाटक, केरल, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट में भी अलग-अलग क्षेत्रों में तेज धूल भरी आंधी के साथ बारिश होने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग ने असम मेघालय, ओडिशा, गोवा, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुर, तमिलनाडु व पुडुचेरी में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा शिमला स्थिति मौसम विज्ञान केंद्र ने भी हिमाचल में 3 दिन फिर से बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यहां मैदानी और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में 5 जून तक मौसम खराब रह सकता है। वहीं 5 जून तक हिमाचल में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। राज्य में 10 जून के बाद से प्री-मॉनसून की बौछारें पड़ेंगी और 25 जून तक हिमाचल में मानसून दस्तक दे सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड में भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
वहीं मौसम संबंधी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर ने कहा है कि आगामी 24 घंटों में पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, केरल और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मराठवाड़ा और विदर्भ के कुछ हिस्सों में एक या दो तेज बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
इस साल मध्यभारत में जमकर होगी बारिश
कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे देश के लिए एक अच्छी खबर ये है कि इस साल मध्य भारत में झमाझम बारिश होगी। उत्तरी और दक्षिणी भाग में अच्छी बारिश होगी। पूर्वोत्तर क्षेत्र में सामान्य से कम बारिश हो सकती है। वहीं केरल के तट पर मानसून दो दिन की देरी से 3 जून को पहुंचने वाला है।
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि देश में जून में मानसून सामान्य रहने का पूर्वानुमान है, जो बुवाई का भी मौसम होता है। महापात्र ने कहा कि इस साल अच्छी बारिश की उम्मीद की जा रही है, जिससे अच्छी खेती होने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि देश में जून से सितंबर के दौरान मानसून की बारिश के दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 101 फीसद रहने संभावना है। इसमें 4 फीसद कम या ज्यादा की आदर्श त्रुटि हो सकती है।