मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नगराळे ने मुंबई के सभी पुलिस थानों को निर्देश दिया है कि घायल होने की स्थिति में शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन आने वालों के प्रति यथासंभव संवेदनशील रहें। दरअसल जब कोई घायल व्यक्ति शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने जाता है तो उसे आपसी चिकित्सा जांच के लिए अस्पताल भेजा जाता है।
सबसे पहले व्यक्ति को मेडिकल सर्टिफिकेट लाने के लिए कहा जाता है।
इस पर पुलिस आयुक्त हेमंत नगराळे ने इसे गंभीरता से लिया है। क्योंकि कई पुलिस अधिकारी नियमों का पालन नहीं करते है। नगराळे ने कहा अब ऐसा नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि शिकायत दर्ज कराने आए घायल व्यक्ति के साथ एक अधिकारी को मेडिकल जांच के लिए भेजा जाए। मुंबई पुलिस कमिश्नर द्वारा दिए गए आदेश का पालन नहीं करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
इस बीच पुलिस आयुक्त हेमंत नगराळे ने अपने आदेश में कहा कि अब से पुलिस घायल व्यक्ति को मेडिकल जांच के लिए मेमो देगी, थाने की डायरी में दर्ज करेगी और फिर घायल व्यक्ति को पुलिस कांस्टेबल के साथ भेज देगी। इलाज के लिए सरकारी अस्पताल और फिर कानूनी प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ें। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आयुक्त के इस फैसले से न केवल पुलिस के प्रति नागरिकों का सम्मान और विश्वास बढ़ेगा बल्कि साथ ही यह पुलिस और नागरिकों के बीच एक अच्छा संबंध बनाएगा। इस बीच, वरिष्ठ पुलिस के आदेश सभी थानों, अपराध शाखाओं, सभी संयुक्त पुलिस आयुक्तों, अतिरिक्त आयुक्तों, उपायुक्तों और सहायक आयुक्तों को भेज दिए गए हैं।