वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का सेंकेंड एडिशन अगले महीने टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज से शुरू होगा। इससे पहले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने चैपिंयनशिप के लिए अंक प्रणाली में बदलाव की घोषणा कर दी है।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का सेंकेंड एडिशन अगले महीने टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज से शुरू होगा। इससे पहले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने चैपिंयनशिप के लिए अंक प्रणाली में बदलाव की घोषणा कर दी है। इसके अनुसार अब एक जीत पर 12, ड्रॉ पर चार और एक टाई पर छह अंक मिलेंगे। अब आइसीसी के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी ज्योफ एलार्डिस ने अंक प्रणाली में बदलाव करने का कारण बताया है।
एलार्डिस ने कहा, ‘मुझे लगता है कि आइसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का पहला एडिशन आइसीसी के नजरिए से बहुत ही सुखद था। आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल को हमने एक वैश्विक टेस्ट मैच इवेंट बनाया है, जिसे आने वाले वर्षों में सभी खिलाड़ी और टीमें खेलने की ख्वाहिश रखती हैं। फ़ाइनल थोड़ा निराशाजनक रहा क्योंकि बारिश के कारण कुछ दिन धुल गए, लेकिन रिजर्व डे के कारण हमें पर्याप्त मौका मिला और मैच का नतीजा निकला।’
एलार्डिस ने आगे कहा, ‘इन दिनों जिस तरह से टेस्ट क्रिकेट खेला जा रहा है, उससे आम तौर पर आपको परिणाम के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। यही कारण था कि हमने मौसम को ध्यान में रखते हुए एक रिजर्व डे रखा था। यह एक अच्छा कदम था। हमारे पास मैच में परिणाम प्राप्त करने के लिए पर्याप्त समय था।’
दूसरे एडिशन के लिए अंक प्रणाली को बदलने के पीछे के विचार के बारे में बात करते हुए, एलार्डिस ने कहा, ‘ हमारी सोच इसे थोड़ा सरल और थोड़ा सा निष्पक्ष बनाने की थी। अब हर मैच के समान अंक होंगे। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि कौन खेल रहा है या कितनी लंबी सीरीज है। इस तरह टीमों को जीत के बाद उपलब्ध अंकों के प्रतिशत के आधार पर आंका जाएगा या रैंक मिलेगा। हमने पहले एडिशन से कुछ फीडबैक लिया और दूसरे फेज में हमने इसे सरल बनाने की कोशिश की है।