आज देवशयनी एकादशी है और इस एकादशी को आषाढ़ी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज अपनी पत्नी के साथ पंढरपुर के भगवान विट्ठल मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने प्रार्थना की और देश की शांति और खुशी के लिए भगवान से प्रार्थना की। बता दें कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी इन दिनों अपनी राजनीतिक उथल-पुथल को लेकर चर्चा में हैं।
बात करें भगवान विट्ठल की और उन्हें भगवान विष्णु और कृष्ण का अवतार माना जाता है। वे मुख्य रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, तेलंगाना और आंध्र में पूजे जाते हैं। महाराष्ट्र के पंढरपुर में विट्ठलका मुख्य मंदिर है और उनकी पत्नी का नाम रखुमाई है।
पंढरपुर को भक्तों द्वारा ‘भू-वैकुंठ’ (पृथ्वी पर विष्णु का निवास स्थान) माना जाता है। लोगों की आस्था के कारण कहा जाता है कि यह मंदिर भगवान विट्ठल के दरबार से खाली हाथ नहीं लौटा।
आप सभी जानते ही होंगे कि हिंदू धर्म में देवशयनी एकादशी का बहुत महत्व है. इतना ही नहीं कभी-कभी इस दिन को ‘पद्मनाभ’ भी कहा जाता है। दरअसल, जब सूर्य मिथुन राशि में आता है तो यह एकादशी आती है। ऐसे में चातुर्मास को इस दिन की शुरुआत माना जाता है यानी इस दिन से भगवान विष्णु क्षीर सागर में विश्राम करने जाएंगे, जो कि चार महीने का होता है. फलस्वरूप इन चार महीनों में कोई भी शुभ कार्य (विवाह, ग्रह प्रवेश, कार लेना) नहीं होगा।