पुलिस से बचने के लिए क्या था राज कुंद्रा का plan B ?

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राज कुंद्रा पोर्नोग्रफी केस हर बीतते दिन के साथ और जटिल होता जा रहा है. नित नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. ताजा मामला ये है कि इस केस की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने अपनी चार्जशीट में एक पावर पॉइंट प्रेज़ेंटेशन का ज़िक्र किया है. इस PPT में बॉलीफेम ऐप से अगले तीन साल की कमाई और उससे होने वाले फायदे का ज़िक्र है. इसके अलावा कुछ वॉट्स ऐप चैट की मदद से उनके प्लान B के बारे में भी पता चला है.

राज कुंद्रा को गिरफ्तार करने से पहले क्राइम ब्रांच पॉर्न वीडियोज़ से जुड़े मामले की गहनता से जांच कर रही थी. जब राज कुंद्रा के साथी उमेश कामत की गिरफ़्तारी हुई, तब पुलिस के हाथ कई अहम सबूत लगे.

उन्हीं सबूतों के आधार पर अप्रैल में एक चार्जशीट फाइल की गई थी. इस चार्जशीट में पॉर्न वीडियोज़ की मदद से अगले तीन सालों की कमाई और उससे होने वाले फायदे का ज़िक्र है. इस चार्जशीट की एक कॉपी इंडिया टुडे के हाथ लगी है. उस पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के आधार पर हम आपको प्रति साल के दर से कमाई से बारे में नीचे बता रहे हैं-

साल ग्रॉस रेवेन्यू प्रॉफिट

2021-22 36.50 करोड़ रुपए 4,76,85,000 करोड़ रुपए

2022-23 73 करोड़ रुपए 4,76,85,000 करोड़ रुपए

2023-24 1.46 अरब रुपए 30,42,01,400 करोड़ रुपए

मगर अभी कई आंकड़े पुलिस को समझ नहीं आ रहे हैं. राज कुंद्रा को अरेस्ट करने के बाद वो इस मामले में क्लैरिटी हासिल करने की कोशिश में हैं. राज से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस सप्लीमेंट्री चार्जशीट फाइल करेगी. इसी पावरपॉइंट प्रेज़ेंटेशन का एक और पन्ना मिला है, जिसमें बॉलीफेम मीडिया लिमिटेड नाम की कंपनी का एस्टीमेटेड रेवेन्यू लिखा हुआ है. मगर ये आंकड़ें रुपए में नहीं, पाउंड में लिखे हुए हैं. वो सारी डिटेल्स आप नीचे लगे उस पीपीटी के स्क्रीनशॉट में पढ़ सकते हैं-

उस पावर पॉइंट प्रेज़ेंटेशन का स्क्रीनग्रैब.

कई रिपोर्ट्स के मुताबिक राज कुंद्रा के वॉट्स ऐप चैट्स से कुछ ज़रूरी बातें पता चली हैं. इसमें सबसे खास है बॉली फेम ऐप का ज़िक्र. जब गूगल प्ले स्टोर और ऐप्पल के ऐप स्टोर ने हॉटशॉट्स को अपने प्लैटफॉर्म से हटाया, तब राज कुंद्रा बॉली फेम को अपना प्लान B बता रहे थे. जब फरवरी 2021 में पॉर्नोग्रफी रैकेट का भांडा फूटा, तो राज कुंद्रा ने अपना प्लान B एक्टिवेट कर दिया. उन्होंने अपना मोबाइल फोन बदल दिया. जब मुंबई पुलिस ने उनसे पुराना फोन मांगा, तो राज ने कहा कि उन्होंने नया फोन खरीदने के बाद पुराना फोन हटा दिया था. मुंबई पुलिस के मुताबिक राज का पुराना फोन इनवेस्टिगेशन के लिहाज़ से बहुत ज़रूरी है. क्योंकि जब पॉर्न रैकेट्स चल रहे थे, तब उससे जुड़े ढेर सारे डिटेल्स राज के फोन पर रहे होंगे. उन वॉट्स ऐप चैट्स, कॉल रिकॉर्ड्स, फोटोज़ और वीडियोज़ से इस केस में बहुत मदद मिलती.

फरवरी में पॉर्नोग्रफी रैकेट की जांच के बाद से कुंद्रा ने एक नए ऐप पर काम करना शुरू कर दिया था. वो इसी बिज़नेस में लगे रहना चाहते थे क्योंकि इससे अच्छी कमाई हो रही थी. जब तक पुलिस दूसरे आरोपियों की मदद से राज कुंद्रा तक पहुंचती, तब तक राज अपनी सेफ्टी का सारा इंतज़ाम कर चुके थे. जब मुंबई क्राइम ब्रांच ने कुंद्रा के अंधेरी वाले ऑफिस पर रेड मारी, तब उन्हें पता चला कि बहुत सारा डेटा डिलीट किया जा चुका है. इस सर्वर का एक्सेस सिर्फ दो-तीन लोगों के पास ही था. पुलिस को शक है कि ये डेटा खुद राज कुंद्रा ने या उनके टेक्निकल हेड रायन थॉर्प ने डिलीट की हो सकती है. पुलिस डिजिटल फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की मदद से उस डेटा को रिकवर करने की कोशिश कर रही है.

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