महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को राज्य की जनता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 7 दिनों बाद स्वतंत्रता दिवस है. 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के साथ ही हम यह पढ़ते हैं कि स्वतंत्रता पाने के लिए हमारे लोगों ने कितना त्याग किया था. एक साल पहले हमने भी सोचा था कि एक साल में कोविड चला जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं.. अब भी कितना लहर आना है यह पता नहीं. उन्होंने कहा कि 15 अगस्त से मुंबई की लोकल ट्रेन सर्विस शुरू कर दी जाएगी, लेकिन ट्रेन में यात्रा करने के लिए केवल उन लोगों को अनुमति दी जाएगी, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा की तारीफ की जानी चाहिए, बहुत समय बाद स्वर्ण पदक मिला है. बाकी सभी खिलाड़ियों की भी तारीफ की जानी चाहिए. पिछले साल इस साल चक्रवाती तूफान महाराष्ट्र में देखने मिला, उसका असर भी दिखा. उसके बाद इस साल जो बाढ़ आया वो बहुत भयावह था.. कई दिनों का बारिश कुछ घंटों में हो गया. मौसम विभाग ने कहा था कि भारी बारिश होगी, लेकिन कितनी भारी बारोश होगी, यह नहीं पता था.
सीएम ठाकरे ने कहा कि पहला लहर हमने देखा, दूसरा लहर भी.. पिछले साल त्योहारों के बाद हमने दूसरा लहर देखा जिसे सोचकर आज भी डर लगता है. इससे समझ आता है कि कोरोना से लड़ने के लिए बने नियमों का पालन करना ही है. उन्होंने कहा कि हमने एक दिन में 8 लाख लोगों को वैक्सीन दिया.. हम 10 से 15 लाख लोगों को दे सकते हैं. धीरे धीरे वैक्सीन दिया जा रहा है जबतक यह पूरा नहीं हो जाता, नियमों का पालन करना ही होगा. तीसरी लहर ना आए, इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं.. पिछले लहर में हमारी क्या कमी रही थी, उसे सुधारा जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 600 से ज़्यादा टेस्टिंग लैब है, isolatiom बेड साफ़ी 4 लाखसे ज़्यादा है, 1 लाख 10 हज़ार से ज़्यादा ऑक्सीजन बेड हैं, वेंटिलेटर 13500 हैं. फरवरी मार्च में हमें लगता था कि कोविड गया, लेकिन बाद में विदर्भ में मामले बढ़ने लगे थे.. बाद में समझ आया कि वो डेल्टा वैरिएंट है… इसका मतलब है कि वायरस भी अलग अलग रूप में आ रहा है… उन्होंने कहा कि कोरोना के वैरिएंट समय में समझ आए इसके लिए जीनोम अस्पताल की शुरुआत बीएमसी ने की है. कुछ जिलों में पिछले हफ्ते दुकानों के समय को बढाया। मॉर्निंग वॉक दूसरी चीजों पर लगे सख्तियों को कम किया. लेकिन कई इलाको में कोविड का असर अब भी है.. सिंधुदुर्ग रत्नागिरी रायगढ़ सातारा सांगली कोल्हापुर में बाढ़ के बाद हालात खराब हुए थे, लेकिन इन जगहों पर मामले ना बढें, उसके लिए काम जारी है.
सीएम ठाकरे ने कहा कि कुछ जिलों में भी हालात खराब है.. कहीं ग्रामीण भाग में, कहीं शहर में. पुणे, अहमदनगर, सोलापुर, कोल्हापुर, सांगली, सातारा, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, बीड यह वो ज़िले हैं जहां सतर्क रहने की ज़रूरत है. स्थानीय प्रशासन की ज़िम्मेदारी यहाँ बड़ी है.. डेढ़ साल से प्रशासन यहाँ लगातार काम कर रहे हैं.. इसलिए मैंने आज़ादी की बात से आज बात की शुरुआत की थी.