नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो समेत कई एजेंसियां शहर में ड्रग्स माफिया पर अपना शिकंजा कस रही हैं. अब एनसीबी के रडार पर मुंबई का सबसे बड़ा ड्रग माफिया मूसा है. कहा जा रहा है अफ्रीकी नागरिक मूसा हर रोज इस कारोबार के जरिए दो करोड़ रुपये कमाता है. उसे मौजूदा दौर में मुंबई का सबसे बड़ा सरगना माना जा रहा है. हालांकि, बीते हफ्ते एनसीबी की छापमार कार्रवाई के दौरान मूसा भागने में कामयाब हो गया था.
सरगना अपनी सुरक्षा को लेकर भी काफी एहतियात रखता है. उसके साथ बंदूक और तलवारों से लैस बॉडीगार्ड्स भी होते हैं. मूसा अपना पूरा काला कारोबार मानखुर्द और वाशी के बीच एक जंगल इलाके से चलता है.
जंगल के आसपास दलदल होने के चलते यहां तक पहुंचना आसान नहीं है. बीचे समय से इस इलाके में अपना गोरखधंधा चला रहा मूसा जंगल से पूरी तरह वाकिफ भी है.
बीते हफ्ते एनसीबी की छापेमारी के दौरान मूसा बाल-बाल बच गया था और भागने में कामयाब हो गया था. एनसीबी ने उसके एक मुख्य अंगरक्षक ओबियोरा एकवेलर को गिरफ्तार कर लिया था. इस कार्रवाई के दौरान मूसा और उसके अंगरक्षक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों पर हमला भी किया था जिसमें कुछ अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
मूसा मुंबई में कोकीन, हेरोइन और एमडी का सब से बड़ा सप्लाइयर है. वह कभी भी अपने अड्डे से बाहर नहीं जाता है मुंबई के सारे ड्रग्स पैडलर यही से नशीले पदार्थ ख़रीदते हैं. ड्रग्स का काला कारोबार चलाने के लिए अड्डे में जा कर मूसा से मिलना आसान नहीं है. उसने अपनी सुरक्षा के लिए नियम बना रखे थे. अड्डे में आने से पहले मूसा का अंगरक्षक ड्रग्स लेने आए पैडलर की बंदूक और तलवार की नोक पर तलाशी लेता था, फिर उसका फ़ोटो खींचता था. पूरी पड़ताल के बाद ही पैडलर मूसा से मिल पता था. एनसीबी के मुताबिक, मूसा का कनेक्शन कोलम्बिया ड्रग कार्टेल के साथ है नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो मूसा की तलाश में जुटी है.