करीब डेढ़ साल के बाद मुंबई के स्कूल सोमवार से विद्यार्थियों से गुलजार होंगे। कुछ सुविधाओं के अभाव के कारण कई स्कूलों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। विद्यार्थियों को घर से स्कूल और स्कूल से घर पहुंचाने की व्यवस्था नहीं होने के कारण कुछ स्कूलों ने 4 अक्टूबर के बजाय अगले सप्ताह से ऑफलाइन क्लास शुरू करने की योजना बनाई है। बीएमसी ने भी स्कूलों में चल रहे टीकाकरण केंद्रों और क्वारंटीन सेंटरों को शिफ्ट करने का काम पूरा नहीं किया है। नतीजतन बीएमसी के 41 स्कूल सोमवार को बंद ही रहेंगे।
बीएमसी शिक्षा अधिकारी राजू तडवी के मुताबिक, ‘सभी सहायक आयुक्तों की मदद से स्कूलों की सफाई और सैनेटाइज करने का काम पूरा कर लिया गया है। स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं है। स्कूल खुलने के बाद भी विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लास का विकल्प उपलब्ध रहेगा। विद्यार्थियों को कम से कम पुस्तकें स्कूल लाने को कहा गया है।’
ऑनलाइन भी मिल रही सहमति’
महाराष्ट्र इंग्लिश स्कूल ट्रस्टीज असोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष संजयराव तायडे के मुताबिक, ‘कई अभिभावक स्कूल में आकर अपने बच्चों को स्कूल भेजने के सहमति पत्र पर दस्तखत कर रहे हैं। स्कूलों ने ईमेल और सोशल मीडिया के जरिए भी अभिभावकों को सहमति पत्र का फॉर्म भेजा है। ऑनलाइन सहमति भी मिल रही है।’
‘कैसे पहुचेंगे स्कूल’
नेशनल इंडिपेंडेंस स्कूल अलायंस के संस्थापक सदस्य भरत मलिक ने कहा, ‘प्रशासन ने स्कूल खुलने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन इस पर विचार नहीं किया कि बच्चे स्कूल कैसे जाएंगे। बस में एक सीट पर केवल एक विद्यार्थी को बैठाने के नियम ने बस मालिकों को परेशान कर दिया है।’
ये नियम मानने होंगे
– स्कूलों को क्लास में एसी का इस्तेमाल नहीं करने को कहा गया है
– बेहद जरूरी होने पर एसी चलाना पड़े, तो क्लास की खिड़की और दरवाजे खुले रखने होंगे
– स्कूलों को अपने करीबी हेल्थ सेंटर के संपर्क में रहना होगा