कश्मीर घाटी में गैर-कश्मीरियों पर हो रहे ताबड़तोड़ हमलों के बाद पुलिस ने राज्य के सभी जिला पुलिस प्रमुखों को आदेश दिया है कि सभी गैर-स्थानीय मजदूरों को तुरंत नजदीकी पुलिस और सेना के कैंपों में लाया जाए। रविवार को कुलगाम में 3 बिहारी मजदूरों को गोली मारे जाने के तुरंत बाद यह फैसला लिया गया है। 24 घंटे के भीतर आतंकियों ने 5 मजदूरों को निशाना बनाया है, जिनमें से 4 बिहार और 1 यूपी से हैं।
इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (कश्मीर) की ओर से सभी जिले की पुलिस को भेजे गए इमरजेंसी मैसेज में कहा गया है, ”आपके क्षेत्र के सभी गैर-स्थानीय मजदूरों को तुरंत नजदीकी पुलिस या केंद्रीय अर्धसैनिक बलों या सेना के प्रतिष्ठानों में लाएं।” मैसेज में आगे लिखा गया है, ”यह मामला बहुत अर्जेंट है।”
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में 24 घंटे से भी कम समय में गैर-स्थानीय मजदूरों पर तीन हमले हुए हैं। बिहार के एक रेहड़ी-पटरी वाले और उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई की शनिवार शाम को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। नागरिकों की हत्याओं के बीच, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों को निशाना बनाकर उनके खून की एक-एक बूंद का बदला लेने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की शांति और सामाजिक-आर्थिक प्रगति और लोगों के व्यक्तिगत विकास को बाधित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश के तेजी से विकास के लिए प्रतिबद्धता दोहराई। सिन्हा ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘आवाम की आवाज’ में कहा, ”मैं शहीद नागरिकों को अपनी श्रद्धांजलि देता हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। हम आतंकवादियों, उनके हमदर्दों को निशाना बनायेंगे और निर्दोष नागरिकों के खून की हर बूंद का बदला लेंगे।