अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री व ‘ज्वाइंट चीफ्स’ के पूर्व अध्यक्ष कोलिन पावेल की कोविड-19 संबंधी कॉम्प्लिकेशन के कारण मृत्यु हो गई। उनके परिवार की तरफ से सोमवार को यह जानकारी दी गई। वह 84 वर्ष के थे। पावेल 1989 में ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ के पहले अश्वेत अध्यक्ष बने थे। उस भूमिका में उन्होंने पनामा पर अमेरिकी आक्रमण और बाद में 1991 में इराकी सेना को बाहर करने के लिए कुवैत पर अमेरिकी आक्रमण की कमान संभाली।
उनकी प्रतिष्ठा को हालांकि उस समय झटका लगा जब 2003 में पावेल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के सामने पेश हुए और इराक के खिलाफ अमेरिकी युद्ध को लेकर पक्ष रखा। उन्होंने गलत सूचना का हवाला देते हुए दावा किया कि सद्दाम हुसैन ने सामूहिक विनाश के हथियारों को गुप्त रूप से छिपाकर रखा था। उन्होंने विश्व निकाय को बताया कि इराक का हथियारों को नहीं रखने का दावा “झूठ का जाल” है। सोशल मीडिया पर एक घोषणा में, परिवार ने कहा कि पावेल का पूर्ण टीकाकरण हो चुका था।
परिवार ने कहा, ‘हमने एक शानदार और प्यार करने वाले पति, पिता, दादा और एक महान अमेरिकी को खो दिया है।’ पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने कहा कि वह और पूर्व प्रथम महिला लौरा बुश पावेल की मौत से ‘बेहद दुखी’ हैं।
बुश ने कहा, ‘वह एक महान लोक सेवक थे तथा देश-विदेश में व्यापक रूप से सम्मानित थे।’ उन्होंने कहा, ‘और सबसे महत्वपूर्ण, कोलिन एक पारिवारिक व्यक्ति और मित्र थे। लौरा और मैं, अल्मा और उनके बच्चों को एक महान व्यक्ति के जीवन को याद करते हुए हमारी सच्ची संवेदना प्रेषित करते हैं।’