जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन गृहमंत्री अमित शाह केंद्र शासित प्रदेश की शीतकालीन राजधानी में पहुंचे। रविवार शाम को वह आरएसपुरा सेक्टर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर भी गए। जम्मू से सटे मकवाल में उन्होंने बीएसएफ के पोस्ट पर जाकर जवानों से बातचीत की तो यहां के स्थानीय लोगों के साथ चाय भी पी।
इस दौरान गृहमंत्री ने मकवाल में एक स्थानीय नागरिक का फोन नंबर अपने मोबाइल में सेव किया। इतना ही नहीं गृहमंत्री ने उन्हें अपना नंबर भी दिया और कहा कि जब भी उन्हें जरूरी लगे वह फोन कर सकते हैं। अमित शाह ने इन लोगों के साथ चाय भी पी और लोगों से काफी देर तक खाट पर बैठकर बेहद सहज अंदाज में बातचीत करते रहे।
इससे पहले जम्मू के भगवती नगर में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार का उद्देश्य जम्मू कश्मीर से आतंकवाद का सफाया करने और नागरिकों की हत्याओं पर रोक लगाने का है। उन्होंने कहा कि किसी को इस केंद्रशासित प्रदेश में शांति और विकास को बाधित नहीं करने दिया जाएगा, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में स्थान रखता है।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है और सरकार का उद्देश्य 2022 के अंत तक कुल 51,000 करोड़ रुपये का निवेश लाने का है, जिससे स्थानीय युवकों को पांच लाख नौकरियां मिलेंगी। पांच अगस्त, 2019 को राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने तथा उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र के फैसले के बाद शाह पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं।