T-20 विश्व कप 2021 में 31 अक्टूबर की रात टीम इंडिया और न्यूजीलैंड की टीम के लिए बड़ी रात साबित होने वाली है। इस अहम मुकाबले को जीतने वाली टीम सेमीफाइनल के लिए अपनी दावेदारी मजबूत कर लेगी तो वहीं हारने वाली टीम पर टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडराने लगेगा। आईसीसी इवेंट्स में हमेशा कीवी टीम भारत पर हावी रही है और वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में विलियमसन कोहली का विराट सपना पहले ही दो बार तोड़ चुके हैं। लेकिन, यह टी-20 फॉर्मेट है जनाब और यहां विलियमसन की नहीं बल्कि विराट की बादशाहत है। आइए आपको आंकड़ों के जरिए समझाते हैं कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं।
टी-20 इंटरनेशनल में विराट कोहली और केन विलियमसन अबतक छह बार एक दूसरे के खिलाफ मैदान पर उतरे हैं और 4 बार मैदान विराट ने मारा है, जबकि सिर्फ एक दफा ही विलियमसन कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया को हरा सके हैं। कोहली की जीत का प्रतिशत 66.7 रहा है, वहीं विलियमसन का जीत प्रतिशत महज 16.7 का रहा है। आंकड़े बताने के लिए यह काफी हैं कि कोहली के आगे विलियमसन की फटाफट क्रिकेट में दाल नहीं गलती है। अब बस इसी रिकॉर्ड को विराट को दुबई इंटरनेशन क्रिकेट स्टेडियम में 31 अक्टूबर को भी बरकरार रखना होगा।
तौर टी-20 कप्तान विराट कोहली का यह पहला वर्ल्ड कप भी है और उनके पास इतिहास को बदलने का भी सुनहरा मौका होगा। दरअसल, भारतीय टीम आजतक फटाफट क्रिकेट के विश्व कप में न्यूजीलैंड को कभी नहीं हरा सकी है। दोनों टीमें टी-20 वर्ल्ड कप में अबतक दो बार भिड़ी हैं और दोनों ही दफा जीत कीवी टीम के हाथ लगी है।आईसीसी इवेंट्स में भारत ने न्यूजीलैंड को आखिरी बार साल 2003 में हराया था।