टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अफगानिस्तान के खिलाफ मिली 66 रनों से जीत के बाद कहा कि आर अश्विन की वापसी पॉजिटिव बात है। अश्विन ने 2017 में अपना पिछला टी20 इंटरनैशनल मैच खेला था। अश्विन ने अफगानिस्तान के खिलाफ अपने कोटे के चार ओवरों में महज 14 रन खर्चे और दो विकेट भी लिए। भारत के खिलाफ 211 रनों का लक्ष्य का पीछा करते हुए अफगानिस्तान की टीम 20 ओवर में सात विकेट पर 144 रन ही बना सकी।
अफगानिस्तान की ओर से कप्तान मोहम्मद नबी (32 गेंद में 35 रन) और करीम जनत (22 गेंद में नॉटआउट 42 रन) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर पाए। भारत की तरफ से मोहम्मद शमी (32 रन पर तीन विकेट) ने तीन विकेट चटकाए। भारत ने रोहित शर्मा (74) और लोकेश राहुल (69) के अर्धशतकों और दोनों के बीच पहले विकेट की 140 रन की साझेदारी से दो विकेट पर 210 रन बनाए, जो मौजूदा टूर्नामेंट का किसी भी टीम द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर है। हार्दिक पांड्या (13 गेंद में नॉटआउट 35 रन) और ऋषभ पंत (13 गेंद में नॉटआउट 27 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 3.3 ओवर में 63 रन की तेजतर्रार साझेदारी की।
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘ऐश (अश्विन) की वापसी काफी पॉजिटिव बात रही, इसके लिए उसने कड़ी मेहनत की है। उसने आईपीएल में भी इस तरह का कंट्रोल और फॉर्म दिखाई थी। वह विकेट हासिल करने वाला गेंदबाज है जो समझदारी के साथ गेंदबाजी करता है।’ कोहली ने कहा कि टीम के पहले दो मैचों की तुलना में आज का विकेट बेहतर था। उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो विकेट कहीं बेहतर था। पहले दो मैचों में भी अगर हम दो ओवर खुलकर बल्लेबाजी कर पाते तो हम विरोधी टीम को दबाव में डाल सकते थे।’
कोहली ने कहा कि अपवाद की स्थिति को छोड़कर उनके शीर्ष तीन बल्लेबाजों का क्रम तय है। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘हमारे टॉप-3 बल्लेबाज लगभग तय हैं, जब तक कि आज जैसा कुछ नहीं हो। अगर टॉप दो बल्लेबाज 14 या 15 ओवर तक खेलते तो यह फैसला नहीं करना होता कि अब ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करनी है। हमें खिलाड़ियों को सपोर्ट करना होता है क्योंकि उनकी स्किल्स अलग-अलग हैं और कभी-कभी वे आज जैसा प्रदर्शन करते हैं।’ कोहली ने हालांकि पहले दो मैचों में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को भी श्रेय दिया जिन्होंने टीम को खुलकर नहीं खेलने दिया।