भारत ने गेंदबाजों की घातक गेंदबाजी के बाद ओपनर केएल राहुल (19 गेंदों पर 50 रन) की तूफानी पारी के दम पर शुक्रवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए टी20 विश्व कप 2021 के सुपर 12 चरण के मैच में स्कॉटलैंड को आठ विकेट से करारी मात दी और टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। भारत ने कप्तान विराट कोहली के 33वें जन्मदिन पर टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए स्कॉटलैंड को 17.4 ओवर में 85 रन पर ढेर कर दिया और फिर 39 गेंदों पर ही दो विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस धमाकेदार जीत के बाद भारत का नेट रनरेट प्लस 1.619 हो गया जो ग्रुप 2 की छह टीमों में सबसे बेस्ट है। पहले स्थान पर काबिज पाकिस्तान का नेट रनरेट भी प्लस 1.065 है। अफगानिस्तान के नेट रनरेट प्लस 1.481 को पीछे छोड़ने के लिए भारत को लक्ष्य 7.1 ओवर में लक्ष्य हासिल करना था। राहुल और रोहित शर्मा ने पहले पांच ओवर में ही 70 रन बना डाले। रोहित ने 16 गेंद में 30 रन बनाए।
भारत की टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में सर्वाधिक गेंद शेष रहते यह सबसे बड़ी जीत है। भारत ने 81 गेंद शेष रहते जीत अपने नाम की। भारत ने इससे पहले, 2016 में मीरपुर में यूएई के खिलाफ 59 गेंद शेष रहते जीत हासिल की थी। उससे पहले उसने 2016 में ही हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ 41 गेंद शेष रहते जीत अपने नाम की थी। वहीं, टी20 विश्व कप के इतिहास में गेंद शेष रहने के लिहाज़ से किसी भी टीम की यह तीसरी सबसे बड़ी जीत है। भारत के 50 रन चार ओवर में बन गए जो इस टूर्नामेंट का सबसे तेज अर्धशतक है।
भारतीय बल्लेबाजों ने मिलकर 11 चौके और चार छक्के लगाए। सेमीफाइनल में पहुंचने की भारत की उम्मीदें हालांकि अफगानिस्तान पर टिकी है, जिसे रविवार को न्यूजीलैंड से खेलना है। अफगानिस्तान की जीत के मायने हैं कि भारत को पता होगा कि नामीबिया को कितने बड़े अंतर से हराना है। न्यूजीलैंड की जीत से हालांकि भारत टूर्नामेंट से बाहर हो सकता है। राहुल की बल्लेबाजी को देखकर लगा कि भारतीय टीम इन हालात से कितनी आहत है और अब अपने हाथ में जो कुछ भी है, उसे करने में कोई कोताही नहीं बरतना चाहती।
इससे पहले, मोहम्मद शमी और रविंद्र जडेजा की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्कॉटलैंड को 17.4 ओवर में 85 रन पर आउट कर दिया।भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपने 33वें जन्मदिन पर टूर्नामेंट में पहली बार टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पहले ही स्पैल में खतरनाक गेंदबाजी करके स्कॉटलैंड को अच्छी शुरुआत नहीं करने दी। बुमराह इसके साथ ही युजवेंद्र चहल (65 विकेट) को पछाड़कर इस प्रारूप में भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए।
सलामी बल्लेबाज जॉर्ज मुंसी (19 गेंद में 24 रन) ने बुमराह को स्क्वेयर लेग पर छक्का और वरुण चक्रवर्ती को चौका लगातर हाथ खोलने के संकेत दिए। स्कॉटिश कप्तान काइल कोएत्जर (1) को बुमराह ने पहले यार्कर डाली और फिर धीमी गेंद पर बोल्ड किया। मोहम्मद शमी ने मुंसी को पवेलियन भेजा। शमी और जडेजा ने 15-15 रन देकर तीन-तीन विकेट लिए। जडेजा ने मैथ्यू क्रॉस (दो), रिची बेरिंगटन (0) और माइकल लीस्क (12 गेंद में 21 रन) को आउट किया।
स्कॉटलैंड का स्कोर दस ओवर के बाद चार विकेट पर 44 रन था । इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने मुड़कर नहीं देखा। कालम मैकलियोड ने 28 गेंद में 16 रन बनाये जिसके बाद शमी ने पारी का अंत कर दिया। स्कॉटलैंड के बल्लेबाजों ने नामीबिया और अफगानिस्तान जैसी कमोबेश कमजोर टीमों के खिलाफ भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन ने 29 रन देकर एक विकेट लिया जबकि वरूण चक्रवर्तीने 15 रन दिये लेकिन उन्हें विकेट नहीं मिला।