कंगना रनौत और करण जौहर को हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। कंगना ने बुधवार को बताया कि वह अवॉर्ड सेरिमनी के दौरान करण जौहर को खोजती रहीं पर वह नहीं मिले। उन्होंने बताया कि अगर वह उनसे मिली होतीं तो बात करतीं। याद दिला दें कि कंगना और करण जौहर के लंबे वक्त से दूरियां हैं। कंगना ने करण के शो पर जाकर उनको मूवी माफिया और नेपोटिजम को बढ़ावा देने वाला कहा था।
आसपास खोजा नहीं मिले करण
कंगना रनौत ने Times Now Summit के दौरान काफी बेबाक बातचीत की। वह वहां करण जौहर के बारे में भी बोलीं। कंगना ने कहा, हमारी सेरिमनीज अलग-अलग वक्त पर थीं। मुझे लगता है कि उन्होंने (आयोजकों ने) टाइम अलग रखने के लिए पूरा जोर लगा दिया होगा। मैंने करण को आसपास खोजने की कोशिश भी की लेकिन वह नहीं मिले।
करण मिलते तो बात करतीं कंगना
कंगना से जब पूछा गया कि करण मिलते तो क्या वह उनसे बात करतीं? इस पर कंगना ने जवाब दिया, क्यों नहीं, मतभेद हो सकते हैं, झगड़े हो सकते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप साथ-साथ शांति से रहने में यकीन नहीं करते। मैं कोएक्सिस्टेंस (सहअस्तित्व) में यकीन रखती हूं और इसे हर तरह से बढ़ावा देती हूं।
कुछ लोगों की सादगी देख इम्प्रेस हुईं कंगना
कंगना ने कहा, जो कुछ लोग आए और अपना सम्मान लिया उन्होंने मुझे एकदम महत्वहीन महसूस करवाया। कुछ लोगों की मौजूदगी बेहद सादगी भरी थी। जब उनका परिचय करवाया गया तो मुझे लगा कि मैं अभी कुछ भी नहीं हूं। बहुत कम ही मुझे ऐसा फील होता है। ऐसे लोगों को अवॉर्ड लेते देखकर मुझे लगा कि क्या मैं इतनी अच्छी हूं?