त्रिपुरा हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र के कई शहरों में आज मुस्लिम संगठनों ने बंद का ऐलान किया। इस दौरान कई जगहों पर हिंसा की खबरें आई हैं। नांदेड़ में हिंसक भीड़ ने कई दुकानों में तोड़फोड़ की और भारी पथराव किया जिसमें 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए। सरकारी वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया। मालेगांव में भी काफी उत्पात मचाया गया। हिंसक भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि फिलहाल इलाके में शांति है। उन्होंने सभी से शांत बनाए रखने की अपील की है।
भारत बंद के आह्वान पर महाराष्ट्र में शुक्रवार को हिंसा बढ़ गई। राज्य के कई शहरों में मुस्लिम संगठनों ने बंद का ऐलान किया था। जिस वजह से नादेंड और मालेगांव सहित कई इलाकों में तोड़फोड़ की घटनाएं हुई। ऐसे में पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा। इस घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा, “स्थिति नियंत्रण में है। मैं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के माध्यम से व्यक्तिगत रूप से इसकी निगरानी कर रहा हूं। अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। हमें सामाजिक सद्भाव बनाए रखने की जरूरत है, मैं सभी से अपील करता हूं। मैं पुलिस से भी स्थिति को नियंत्रित करने की अपील करता हूं। संयम और शांति बनाए रखें।”
उन्होंने कहा, “त्रिपुरा में हुई हिंसा के खिलाफ राज्य भर के मुसलमानों ने आज विरोध मार्च निकाला। इस दौरान नांदेड़, मालेगांव, अमरावती और कुछ अन्य जगहों पर पथराव किया गया। मैं सभी हिंदुओं और मुसलमानों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।”
वहीं, अमरावती के डीसीपी विक्रम साली ने कहा कि पांच शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल यहां शांति है। इस विरोध मार्च के लिए पुलिस की अनुमति नहीं ली गई थी। शिकायतों के आधार पर हम इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।