प्रधानमंत्री जनधन योजना मोदी सरकार की सबसे शुरुआती योजनाओं में से एक है। इस योजना का मकसद जीरो बैलेंस बैंक खाते खुलवा कर उन लोगों को बैंकिंग सेवाएं देना है, जो 21वीं सदी में भी इनसे वंचित थे। आइए जानते हैं सामान्य खाते को जनधन खाते में बदलवाने का तरीका।
कैसे खोलें जनधन खाता
सामान्य खाते को जनधन में बदलवाने से पहले जानते हैं कि इस खास योजना के तहत एक नया बैंक खाता खुलवाने का तरीका। अगर आपके पास बैंक अकाउंट नहीं है तो आप सीधे जनधन खाता खुलवा सकते हैं। यदि आप जनधन खाता खोलना चाहते हैं, तो इसकी प्रोसेस काफी आसान है। आप किसी भी सरकारी या प्राइवेट बैंक में जाकर अपना जनधन खाता खोल सकते हैं। सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री जन धन योजना की आधिकारिक वेबसाइट या सरकारी बैंक से फॉर्म प्राप्त करना होगा। फिर फॉर्म भरने के बाद कुछ जरूरी दस्तावेजों को अटैच करें। इनमें आप पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस / पैन कार्ड / जॉब कार्ड, जिसे नरेगा द्वारा जारी किया गया हो, आदि लगा सकते हैं। उचित वेरिफिकेशन के बाद, आपका खाता खुल जाएगा।
बचत खाते को जनधन खाते में कैसे बदलें
किसी भी पुराने बचत खाते को जनधन खाते में बदलना भी बहुत आसान है। सबसे पहले आपको बैंक शाखा पर जाना होगा और वहां एक फॉर्म लेकर भरें। फिर अपने खाते के लिए रुपे कार्ड के लिए आवेदन करें। इसे भरने के बाद बैंक में फॉर्म जमा करें। इसके बाद आपका खाता जनधन खाते में बदल जाएगा। ये काफी आसान प्रोसेस है।
क्या मिलेंगी सुविधाएं
आपको जीरो बैलेंस जनधन खाते में कई सुविधाएं मिलती हैं। इनमें आपको ओवरड्राफ्ट सुविधा के साथ-साथ रुपे डेबिट कार्ड भी मिलता है। इस कार्ड पर आपको 2 लाख रु दुर्घटना बीमा भी मिलेगा। यदि आप चेकबुक लेना चाहते हैं, तो मिल जाएगी। मगर आपको अपने खाते में कुछ पैसा रखना होगा। अगर आप खाते में पैसा न रखें तो आपको चेकबुक प्राप्त करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं अगर लाभार्थी की मृत्यु हो जाए तो नॉमिनी को 30000 रु की आर्थिक मदद भी मिलेगी।
मिनिमम बैलेंस नहीं रखना होता
इस खाते में आपको न्यूनतम बैलैंस राशि बनाए रखने की आवश्यकता नहीं होती है। अन्य बचत खाते में मिनिमम बैलेंस बना रखना पड़ता है। अगर ऐसा न किया जाए तो फिर खाताधारक से चार्ज वसूला जाता है। लेकिन जनधन खाते में न तो आपको मिनिमम बैलेंस बना रखना पड़ता और न ही आपसे कोई चार्ज लिया जाता। हालांकि जैसा हमने बताया अगर खाताधारक चेक बुक सुविधा का लाभ उठाए तो फिर न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना होगा।
अभी तक कितने खाते खुले
ताजा आंकड़ों के अनुसार जनधन खातों की संख्या 42 करोड़ से अधिक हो गयी है। इनमें सरकारी बैंकों में 33.23 करोड़, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में 7.52 करोड़ और प्राइवेट बैंकों में 1.25 करोड़ खाते खुले हैं। कुल जनधन खाताधारकों में महिलाओं की संख्या 23.27 करोड़ है।