नई दिल्ली – सोने की कीमत में हाल में काफी तेजी आई है। जानकारों का कहना है कि गोल्ड में यह तेजी लंबे समय तक बरकरार रह सकती है। पश्चिम एशिया में जारी संकट के बीच कई उभरते देशों के सेंट्रल बैंक जमकर सोने की खरीदारी कर रहे हैं। इसके साथ ही अमेरिका में ब्याज दरों में हाल-फिलहाल बदलाव की उम्मीद नहीं दिख रही है। इससे सोने की कीमत में तेजी आ रही है। ऐसे में सोने में निवेश से लंबे समय तक दूर रहने से नुकसान हो सकता है। टाटा एसेट मैनेजमेंट के फंड मैनेजर (कमोडिटी) तपन पटेल के मुताबिक सोने के पॉजिटिव आउटलुक को देखते हुए निवेशक अगले तीन महीनों में सोने में अपना निवेश 8-10% से बढ़ाकर 10-15% कर सकते हैं।
हाल के दिनों में सोने की कीमतों में तेजी से उछाल आया है और 5 साल की अवधि में इसने निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन किया है। निफ्टी के 15.24% रिटर्न के मुकाबले गोल्ड ने 17.39% रिटर्न दिया है। हालांकि, 10 साल की अवधि में इसने 9.02% रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी 50 का रिटर्न 13.3% रहा है। पिछले तीन महीनों में सोने की कीमत 19% की वृद्धि हुई है, जबकि एक साल में यह 22.8% बढ़ी है। वेल्थ मैनेजर बताते हैं कि सोने के बढ़ने के कई कारण हैं। उनकी सलाह है कि निवेशक अगले तीन महीनों में किसी भी गिरावट पर सोने की खरीद कर सकते हैं। मार्च और फरवरी में 0.4% की वृद्धि के बाद पिछले महीने अप्रैल में अमेरिकी CPI में 0.3% की वृद्धि हुई। यह दिखाता है कि दूसरी तिमाही के प्रारंभ में महंगाई में गिरावट का रुझान पुनः शुरू हो गया है।