मुंबई – अमेरिका में नॉन-फार्मिंग कामों में लगे पे-रोल का डेटा आने से पहले इंवेस्टर्स के बीच सोने-चांदी में निवेश को लेकर संशय बना हुआ है. इतना ही नहीं इससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों को स्थिर बनाए रखने के रुख पर भी असर पड़ सकता है. इसलिए शुक्रवार को ही सोने-चांदी के ग्लोबल मार्केट में इसका असर देखा गया, जो भारत के सर्राफा बाजार तक पहुंचा. दूसरी ओर देश में चुनाव की बढ़ती सरगर्मी के बीच बाजार में हल्का अनिश्चितता का माहौल बढ़ने और शुक्रवार को प्रॉफिट बुकिंग होने से सोने की कीमतों में टूट देखी गई. हालांकि अक्षय तृतीया से पहले बाजार भाव में आई इस कमी से डिमांड बढ़ने की उम्मीद है, जिससे आने वाले दिनों में सोने का भाव फिर बढ़ सकता है.