अभिनेता मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) ने ‘द फैमिली मैन 2’ (The Family Man 2) में अपने निभाए किरदार श्रीकांत तिवारी के साथ वापसी की है . इस बार भी उनकी निभाई भूमिका को दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रियाएं मिली हैं. हालांकि रिलीज से पहले इस सीरीज को कुछ लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा है. आरोप है कि इसमें तमिलों का चित्रण आपत्तिजनक तरीके से किया गया है. अभिनेता का मानना है कि सीरीज ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जिससे साबित होता है कि इसने किसी की भी भावनाओं को आहत नहीं किया है.
मनोज बाजपेयी ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, “हम एक टीम के रूप में – हमारे निर्देशक, लेखक – हर व्यक्ति और हर राज्य के प्रति बेहद संवेदनशील हैं. हम कभी भी ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे किसी को ठेस पहुंचे. पहले सीजन और यहां तक कि दूसरे सीजन में भी हमने राजनीति को लेकर कोई जिक्र नहीं किया है. हमने किरदारों को अपने ढंग से सजाया है और इन्हें मानवीय ढंग से पेश किया है. इनमें हर किरदार अपनी कहानी के नायक हैं. अब जब शो आपके सामने हैं, हम जान रहे हैं कि यह आपको पसंद आ रही है क्योंकि कहीं न कहीं आपको लगता है कि यह शो बिल्कुल भी ऐसा नहीं है जिससे आपको घबराने की जरूरत है. यह आपके और आपकी भावनाओं के बारे में बहुत सम्मानजनक तरीके से पूरे प्यार से बात कर रहा है.”
इसे लेकर विवाद की शुरूआत तब हुई, जब तमिलनाडु के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री मनो थंगराज ने 24 मई को केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को एक पत्र लिखकर वेब श्रृंखला पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी. अपने पत्र में थंगराज ने कहा था कि सीरीज में ईलम तमिलों को अत्यधिक आपत्तिजनक तरीके से चित्रित किया गया है और अगर इसे प्रसारित होने की अनुमति दी गई, तो यह राज्य में सद्भाव बनाए रखने के खिलाफ होगा.
IANS