16 जनवरी को मुंबई के ब्रांद्रा में सैफ़ अली ख़ान के घर में घुसकर एक व्यक्ति ने उन पर चाकू से हमला कर दिया था. इस हमले में सैफ़ अली ख़ान को चोटें आईं. उनकी रीढ़ और गर्दन पर गहरे घाव लगे थे. इस घटना पर देश भर से लोगों की व्यापक प्रतिक्रियाएं आईं. पुलिस ने कई टीम बनाकर अभियुक्त की तलाश शुरू की. इस तलाश के दौरान मुंबई पुलिस ने सीसीटीवी फ़ुटेज खंगालने शुरू किए और मुंबई में 50 से ज़्यादा लोगों के बयान दर्ज कराए. वहीं, कई संदिग्ध को हिरासत में लिया गया और पुलिस ने उनसे विस्तार से पूछताछ की.
इस दौरान ही मुंबई में रहनेवाले एक युवा व्यक्ति आकाश कनौजिया भी ऐसे ही लोगों में से एक थे, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया था. आकाश कनौजिया ने कहा है कि भले ही पुलिस ने बाद में उन्हें छोड़ दिया लेकिन इसका उनके जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ा. उनकी नौकरी चली गई और उनकी होने वाली शादी टूट गई.
आकाश कनौजिया 31 साल के हैं. आकाश मुंबई के कोलाबा-कफ़ परेड में एक झुग्गी बस्ती में रहते हैं. आकाश उस कंपनी में कॉन्ट्रैक्ट पर ड्राइवर का काम करते थे, जो रेलवे कर्मचारियों और उनके परिवार को वाहन मुहैया कराती है.
आकाश के ख़िलाफ़ मुंबई और अन्य जगहों पर चोरी समेत अन्य मामले दर्ज हैं. आकाश पहले भी पुलिस के संपर्क में रहे हैं.
सैफ़ अली खान पर हमला मामले में मुंबई पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया था. पुलिस की जांच का दायरा आकाश तक भी पहुंचा और पुलिस ने आकाश कनौजिया की तलाश शुरू की क्योंकि पुलिस को शक़ था कि सीसीटीवी में दिख रहा शख़्स आकाश जैसा ही दिखता है.
पुलिस ने आकाश को फ़ोन किया और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया.
आकाश कहते हैं कि फोन कट गया था और उस समय वो अपनी होने वाली पत्नी से मिलने के लिए ट्रेन पकड़ने जा रहे थे. उनका कहना है कि उन्होंने इसके लिए लोकमान्य तिलक टर्मिनस से निकलने वाली ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस पकड़ ली और छत्तीसगढ़ रवाना हो गए.
इस बीच, रेलवे पुलिस ने आकाश को राजनांदगांव स्टेशन पर हिरासत में ले लिया और वीडियो कॉल के जरिए मुंबई पुलिस से बात की. इसके बाद मुंबई पुलिस की एक टीम उन्हें लाने गई.
इन सब घटनाक्रम के बीच आकाश कनौजिया के पकड़े जाने के बाद उनकी फोटो और जानकारी मीडिया तक पहुंच गई और ये जानकारी प्रसारित हो गई.
सैफ़ अली खान पर हमला मामले में इस बीच अभियुक्त मोहम्मद शहजाद को गिरफ्तार किया गया था. आकाश को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया.
मामले में संदिग्ध के तौर पर हिरासत में लिए जाने के बाद आकाश कनौजिया का दावा है कि उन्हें नौकरी गंवानी पड़ी और इसके साथ ही उनकी शादी भी टूट गई. मुंबई और गांव में रिश्तेदारों और दोस्तों ने उनसे बातचीत बंद कर दी.
इस बारे में बीबीसी मराठी से बात करते हुए आकाश कनौजिया ने कहा, “इस मामले से समाज में मेरी और मेरे परिवार की छवि खराब हुई है. मेरी सामान्य जिंदगी बर्बाद हो गई है. इसका असर मेरे रोजगार और जीवन पर पड़ा है. इस मामले के बाद इसका ज़िम्मेदार कौन है?”
“अब मेरी स्थिति क्या है? मुझे इस संबंध में न्याय चाहिए. अन्यथा मैं अदालत में अपील करूंगा.”
आकाश कनौजिया ने कहा, “जब मीडिया ने मेरी तस्वीरें दिखानी शुरू की और दावा किया कि मैं इस मामले में मुख्य संदिग्ध हूं, तो मेरा परिवार सदमे में चला गया और वे बार-बार रो रहे थे.”
आकाश कहते हैं, “पुलिस की एक गलती से मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई. मेरी मूंछें हैं और जो शख्स सीसीटीवी में दिख रहा है उसकी मूंछें नहीं हैं, पुलिस को समझ जाना चाहिए था कि मैं वह नहीं हूं. मैं खुद पुलिस को बता रहा था लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी.”
पुलिस का फोन आने पर आकाश कनौजिया पूछताछ के लिए मिलने क्यों नहीं गए, इस पर आकाश ने कहा कि घटना के बाद मुझे पुलिस का फोन आया और उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं कहां हूं.
“जब मैंने कहा कि मैं घर पर हूं तो फोन कट गया. बाद में, मैं अपनी होने वाली दुल्हन से मिलने जा रहा था, जब मुझे दुर्ग में हिरासत में लिया गया और फिर रायपुर ले जाया गया. वहां पहुंची मुंबई पुलिस की टीम ने भी मेरे साथ मारपीट की. “
आकाश कहते हैं, ”मैं छूटने के बाद अपनी मां से संपर्क किया, जिसके बाद उन्होंने मुझे घर आने के लिए कहा. लेकिन अब मेरी जिंदगी पहले जैसी नहीं है. यह पूरी तरह से अस्थिर, अशांत हो गई है.”
“अगले दिन जब मैंने अपने बॉस को फोन किया, तो उन्होंने मुझे काम पर नहीं आने के लिए कहा. उन्होंने मेरी बात मानने से इनकार कर दिया. इसके अलावा, मेरी दादी ने मुझे बताया कि मेरी होने वाली दुल्हन के परिवार ने मुझे हिरासत में लिए जाने के बाद शादी की बातचीत को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया.”
आकाश कनौजिया द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोपों और उनकी मानहानि के संबंध में जब बीबीसी मराठी संवाददाताओं ने मुंबई पुलिस से बातचीत करने की कोशिश की तो कोई जवाब नहीं आया.
पुलिस की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया आने पर इस खबर को अपडेट किया जाएगा.
हालांकि आकाश का आरोप है, ” पुलिस की इस गलती की वजह से उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई है. अगर न्याय नहीं मिला तो मैं इस संबंध में अदालत से भी अपील करूंगा.”
बॉलीवुड अभिनेता सैफ़ अली ख़ान पर हुए हमले के संबंध में मुंबई पुलिस ने बाद में प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर बताया कि मोहम्मद शरीफ़ुल इस्लाम शहज़ाद के नाम के व्यक्ति को गिरफ़्तार किया गया.
मुंबई पुलिस के ज़ोन-9 के डीसीपी दीक्षित गेडाम ने कहा था, “ऐसा शक है कि अभियुक्त बांग्लादेशी मूल का है और इस मामले में पासपोर्ट एक्ट से जुड़ी उचित धारा भी इसमें जोड़ी गई हैं. घटना के वक़्त अभियुक्त चोरी के इरादे से घर में घुसा था.”
सैफ़ अली ख़ान हमले के बाद लीलावती अस्पताल में भर्ती हुए थे. उन्हें अब अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है.