मुंबई – करण जौहर ‘किल’ को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. ये पिक्चर 5 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म को करण ने प्रोड्यूस किया है. इसी बीच एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्होंने पैसे कमाने के लिए काफी मेहनत की है. उन्होंने कहा कि वो हर दिन करीब 16 से 20 घंटे तक काम करते हैं. इसके अलावा उन्होंने अपने पिता के बारे में भी बात की है. करण जौहर का नाम बॉलीवुड के टॉप फिल्म मेकर्स में लिया जाता है. उनके पिता यश जौहर भी एक मशहूर फिल्म प्रोड्यूसर थे. नेपोटिज्म को लेकर करण को अक्सर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ता है. आए-दिन उन पर बहुत कुछ विरासत में मिलने का आरोप लगता रहता है. इसी बीच उन्होंने एक इंटरव्यू में अपने परिवार के बारे में बात की है. उन्होंने खुलासा किया है कि उनकी जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी आया था जब उनके परिवार को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.
करण जौहर के पिता ने ‘दोस्ताना’, ‘अग्निपथ’, ‘कुछ कुछ होता है’ जैसी बेहतरीन फिल्में प्रोड्यूस की हैं. अब एक इंटरव्यू में करण जौहर ने अपने पिता के बारे में बात की है. उन्होंने बताया कि ‘दोस्ताना’ के बाद यश जौहर की लगातार 5 फिल्में फ्लॉप साबित हुई थीं. करण ने बताया कि जब उनके पिता की पहली फिल्म फ्लॉप हो गई तो उनकी मां को अपने पुश्तैनी गहने बेचने पड़े थे. गहने बेचने से मिले पैसे से उन्होंने फाइनेंसरों को बाकी रकम चुकाई थी. जब दूसरी फिल्म फ्लॉप हो गई तो उनकी मां को एक बार फिर अपने गहने बेचने पड़े थे. इसके अलावा उनके पिता को अपनी कुछ संपत्ति भी बेचनी पड़ी थी.
करण के मुताबिक, भले ही उनके पिता प्रोड्यूसर थे, लेकिन वो मिडल क्लास या अपर मिडल क्लास में आते थे. उन्होंने इसका मतलब समझाते हुए कहा कि उनकी टेबल पर हमेशा खाना रहता था. उनके पास अच्छे स्कूल में जाने के लिए पैसे थे और एक अच्छी कार थी, लेकिन उनके पास इतना भी पैसा नहीं था कि किसी दूसरे देश घूम पाए. करण ने बताया कि उन्हें खुशी है कि वो अपने पिता का सपना पूरा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “मैंने बहुत मेहनत की है. कभी-कभी मैं 18 घंटे तक काम करता हूं. मैं वीकेंड और नेशनल हॉलिडे पर भी काम करता हूं. मैं हर दिन लगभग 16 से 20 घंटे काम करता हूं. मैं मुश्किल से 5 घंटे सोता हूं. मैंने बहुत मेहनत की है पैसा कमाने के लिए और मुझे इसमें कोई शर्म नहीं है.