बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत अपनी फिल्मों के साथ ही साथ अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी खूब चर्चा में रहीं। कंगना रनौत अपने विवादों के लेकर भी खूब चर्चा में रहती हैं। सोमवार को कंगना, गीतकार जावेद अख्तर द्वारा दायर मानहानि के मामले में अंधेरी उपनगरीय मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश हुईं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान कंगना रनौत ने उन पर लगे आरोपों को स्वीकार नहीं किया। वहीं कंगना के आग्रह पर अदालत में कार्यवाही बंद कमरे में हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान कंगना ने जावेद पर भी आरोप लगाए।
कंगना ने आरोपों को नकारा
बता दें कि अदालत की कार्यवाही बंद कमरे में हुई और मजिस्ट्रेट ने वकीलों और मीडिया सहित सभी को वहां से बाहर जाने का निर्देश दिया, क्योंकि शाम 4:45 बजे अदालत पहुंचीं रनौत मीडिया ट्रायल नहीं चाहती थीं। कार्यवाही शुरू होने से पहले, उनके वकील ने अदालत से निवेदन किया था कि वह वहां से सभी को जाने के लिए कहे क्योंकि उनकी मुवक्किल कंगना मीडिया ट्रायल नहीं चाहतीं। हालांकि अदालत में मौजूद पत्रकारों ने मजिस्ट्रेट आर एन शेख से बात करने का प्रयास किया। कार्यवाही बंद कमरे में दोनों पक्षों के वकीलों की उपस्थिति में शुरू हुई, जिनमें से एक ने बाद में कहा कि अभिनेत्री ने आरोप स्वीकार नहीं किया, जिसका अर्थ है कि अब मामले में मुकदमा शुरू हो सकता है। कंगना रनौत ने पटकथा लेखक-गीतकार के खिलाफ दर्ज कराई गई अपनी जवाबी शिकायत में अपना सत्यापन बयान भी दर्ज कराया।
क्या बोलीं कंगना रनौत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंगना रनौत ने कोर्ट में अपनी गवाह बहन रंगोली चंदेल की मौजूदगी में कहा कि एक सह-कलाकार (ऋतिक रोशन) के साथ उनके सार्वजनिक विवाद के बाद, जावेद ने उन्हें और उनकी बहन रंगोली चंदेल को दुर्भावनापूर्ण और गलत इरादों के साथ अपने घर बुलाया तथा फिर उन्हें आपराधिक रूप से धमकाया और डराया। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंगना ने बताया कि जावेद ने उनसे कहा था, ‘हम धोखेबाज लोगों को ठिकाने लगाने में बिलकुल भी वक्त नहीं बर्बाद करते हैं। इसके बाद लोगों को लगेगा कि तुम्हारा अफेयर ऋतिक से नहीं था बल्कि तुम धोखेबाज हो, तुम्हारे चेहरे पर कालिख पोत दी जाएगी। तुम्हारी छवि इतनी खराब कर दी जाएगी कि तुम्हारे पास आत्महत्या के अलावा दूसरा कोई और रास्ता नहीं होगा, उनके पास राजनीतिक ताकत है। माफी मांगकर खुद को इस परेशानी से बाहर निकाल लो। तुम्हारे अंदर जरा भी शर्म है तो अपनी इज्जत को बचा लो।’