विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) निर्देशित फिल्म द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) को माउथ पब्लिसिटी का तगड़ा फायदा मिल रहा है। फिल्म को दर्शक काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर खूब प्रमोट कर रहे हैं। पहले दिन के बाद से ही फिल्म ने तेजी से कमाई शुरू की और अब कुल 7 दिनों में फिल्म 100 करोड़ क्लब में शामिल हो गई है। होली के खास दिन पर फिल्म 100 करोड़ से अधिक कमाई कर चुकी है और इस बात की जानकारी खुद विवेक ने सोशल मीडिया पर दी है। विवेक के इस पोस्ट को भी फैन्स खूब पसंद कर रहे हैं।
7 दिन में 106.80 करोड़
विवेक अग्निहोत्री ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में उन्होंने बताया है कि कश्मीर फाइल्स ने 7 दिन में ही कुल 106.80 करोड़ रुपये की कमाई की है। बता दें कि फिल्म आने वाले दिनों में और भी तगड़ी कमाई कर चुकी है। फिल्म को वीकेंड का फायदा मिल सकता है। विवेक के पोस्ट पर कई फैन्स ने लिखा है कि ये फिल्म सिर्फ 100 नहीं बल्कि 400-500 करोड़ रुपये की कमाई करेगी। याद दिला दें कि 11 मार्च को रिलीज हुई फिल्म का कलेक्शन धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है। फिल्म ने पहले दिन 8.50 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था। इसके बाद फिल्म ने अगले दो दिन 15- 15 करोड़ से अधिक का कलेक्शन किया।
पीएम मोदी ने भी की तारीफ
एक ओर जहां कई बॉलीवुड सेलेब्स इस फिल्म की तारीफ कर चुके हैं, तो वहीं कई सितारे चुप्पी साधे रहने की वजह से ट्रोल भी हो रहे हैं। ट्रेड पंडितों का कहना है कि बच्चन पांडे की रिलीज से भी फिल्म की कमाई पर कुछ खास असर नहीं पड़ेगा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस फिल्म की तारीफ की। पीएम मोदी के साथ द कश्मीर फाइल्स की टीम ने मुलाकात भी की थी। जिसके फोटोज वीडियो खूब वायरल हुए थे। गौरतलब है कि द कश्मीर फाइल्स में अनुपम खेर, दर्शन कुमार, मिथुन चक्रवर्ती, चिन्मय और पल्लवी जोशी प्रमुख किरदारों में हैं।
घर से निकाले गए कश्मीरी पंडित
विवेक ने बताया कि कश्मीरी पंडित दुख में थे, क्योंकि उन्हें उनके घर से निकाल दिया गया था। उनका दुख ज्यादा बड़ा उस वक्त का पॉलिटिकल सिस्टम की वजह से था। अधिकतर लोगों को पता ही नहीं कि कश्मीरी पंडितों के साथ हुआ क्या था क्योंकि सरकार ने इसे छिपाने की बहुत कोशिश की। विवेक ने ये भी बताया कि कश्मीरी पंडितों ने कई निर्देशकों से उनके बार उनके बारे में फिल्म बनाने के लिए विनती की, लेकिन हर बार सिर्फ निराशा हाथ लगी। विवेक ने बताया कि 2018 में जब उनके पास ये आइडिया आया तो करीब एक- डेढ़ महीने उन्हें खुद को मनाने में लगा। विवेक ने कहा, ‘ये फैसला करना आसान नहीं था, क्योंकि इस में कई तरह के खतरे थे। आप पर आतंकी हमला भी हो सकता है, और जब ऐसा होता है तो कोई पुलिस या आर्मी आपको बचाने नहीं आती। ऐसे में मेरी पत्नी पल्लवी जोशी ने मुझे हौसला दिया और फिर हमने इस फिल्म को बनाने का फैसला किया।