देश में कोरोना ने भयानक रूप ले चुका है और देशभर में तबाही मची हुई है। कुछ महीनों पहले तक दूसरे देशों को कोरोना का टीका भेजने वाले भारत आज खुद ऑक्सिजन, वैक्सीन की कमी से जूझ रहा है। विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने बताया है कि क़रीबन 40 देश भारत की मदद के लिए आगे आए हैं। अरब, अमेरिका, ब्रिटेन, बांग्लादेश, फ्रांस, रूस, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान आदि देशों से वेंटिलेशन उपकरण, ऑक्सीजन कंसंट्रेशन, बेडसाइड मॉनिटर और जरूरी दवाएं आदि भेज रहे हैं। इधर देश भर में लोग नरेंद्र मोदी सरकार के आत्मनिर्भर भारत योजना को लेकर उनकी आलोचना कर रहे हैं।
बॉलीवुड फिल्ममेकर रामगोपाल वर्मा ने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के एक पुराने बयान को लेकर नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है।
रामगोपाल वर्मा ने एक के बाद एक कई ट्वीट्स कर नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। आत्मनिर्भर भारत को लेकर नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए उन्होंने लिखा, ‘नरेंद्र मोदी सर, मुझे आपसे एक सवाल पूछना है। अब जबकि हम दुसरे देशों से मदद मांग रहे हैं और वो मदद कर भी रहे हैं.. आत्मनिर्भर का क्या हुआ?’
रामगोपाल वर्मा ने अपने अगले ट्वीट में सोनिया गांधी का नरेंद्र मोदी को लेकर दिया गया 2014 का एक बयान लोगों को याद दिलाते हुए लिखा, ‘सोनिया गांधी ने साल 2014 में कहा था कि नरेंद्र मोदी ‘मौत का सौदागार’ हैं…मुझे कभी ये बात पता नहीं थी कि वो इतनी अधिक दूरदर्शी हैं, इसके लिए मैं आपसे क्षमा मांगता हूं सोनिया जी। अगर संभव हो तो अपने चरणों की तस्वीर भेजिए ताकि मैं सम्मानपूर्वक उन्हें छू पाऊं।’
वहीं रामगोपाल वर्मा ने वायरस को लेकर देश में फैले भय के माहौल पर नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए लिखा, ‘नरेंद्र मोदी जी मैं खुद को एक अच्छा हॉरर फिल्म निर्माता समझता था लेकिन अब मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप अपनी अपकमिंग फिल्म थर्ड वेव में मुझे स्पॉटबॉय की नौकरी दें। मैं भी आपके बॉडी काउंटिंग डिपार्टमेंट में क्लर्क हो सकता हूं क्योंकि मुझे भी बॉडीज से उतना ही प्यार है जितना आपको.. हालांकि दोनों के कारण अलग हैं।’
उन्होंने श्मशान में जलती लाशों की एक तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, ‘नरेंद्र मोदी इतना भयानक दृश्य दिखाने के लिए आपका शुक्रिया। अगर आप कभी पीएम के रूप में अपनी जॉब खो देते हैं तो भी आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि तब तक आप विश्व के नंबर वन हॉरर फिल्म डायरेक्टर होंगे।’
रामगोपल वर्मा ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, ‘मेरे देश वासियों। मेरा तर्क ये नहीं था कि आपको जब जरूरत पड़े तब मदद मांगनी चाहिए या नहीं..ये बस मैं उस इंसान से कह रहा हूं जो बिना इस बात की परवाह किए दूसरे देशों को मदद कर रहे थे कि उस मदद की जरूरत हमारे देश को अधिक है।’