पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा मामले में अब तक 23 लोगों की गिरफ्तार किया जा चुका है। टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद आठ लोगों को जिंदा जलाने के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है और डर के मारे लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। ग्राम पंचायत नेता भादू शेख की हत्या के मामले में भी एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है।
घरों में आग लगाने और आठ लोगों को जिंदा जलाने के संबंध में कम से कम 22 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा और हत्या के मामलों में पुलिस ने दो केस दर्ज किए हैं। पश्चिम बंगाल सरकार ने जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) बना दी है और मंगलवार को ड्यूटी पर रहे दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
पश्चिम बंगाल पुलिस के डीजी मनोज मालवीय ने मंगलवार को कहा, दो गुटों के बीच में आपसी रंजिश को लेकर हिंसा हुई। इसमें कोई भी राजनीति का मामला नहीं था। इसी बीच भाजपा नेताओं की एक टीम कोलकाता से बीरभूम के लिए रवाना हो गई है। सीपीआईएम भी अपनी एक टीम भेज रही है। इसके अलावा टीएमसी ने अपने तीन विधायकों को हिंसा वाले में गांव में भेजा है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य चार सदस्यों वाली एक टीम आज पश्चिम बंगाल के लिए रवाना होगी। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा था कि राज्य में कानून व्यवस्था धराशायी हो गई है। इस पर सीएम ममता बनर्जी भड़क गईं और उन्होंने कहा कि यह सब भाजपा की राजनीति है।