पश्चिम बंगाल में श्रीधर दास की हत्या मामले में सीबीआई ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान प्रणब बरकैत, प्रीतम रॉय सरकार, रतन रॉय सरकार, लिटन शिल, लिटन भौमिक, नाकुल राय सरकार और बिस्वजीत बर्मन उर्फ बिस्वा के रूप में हुई है।
सीबीआई ने बताया कि कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव के बाद हुई हिंसा के मामले में केस दर्ज किया गया था। पहल केस कूचबेहार के दीनहाटा में दर्ज किया गया था। बाद में इसे सीबीआई ने टेकओवर कर लिया। अधिकारियों के मुताबिक 4 मई 2021 को दोपहर 2 बजे के करीब श्रीधर दास को लाठी, डंडा, बैट और लोहे की रॉड से बुरी तरह पीटा गया था। श्रीधर को बचाने के लिए जब उनकी पत्नी आगे आईं तो आरोपियों ने उन्हें बुरी तरह से पीटा।
घटना के बाद श्रीधर दास को दीनहाटा के अस्पातल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने लगभग डेढ़ महीने बाद दम तोड़ दिया। सीबीआई ने लंबे समय तक जांच के बाद कूचबेहार, जयपुर और कोलकाता से सात आरोपियों को गिरफ्तार किया। सीबीआई का कहना है कि ये सभी हत्या में शामिल थे। इसको लेकर सीबीआई ने कूचबेहार में आठ जगहों पर छापा मारा। इन आरोपियों को सीबीआई ने कोर्ट में पेश किया।
चुनाव बाद हिंसा से ममता सरकार का इनकार
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि राज्य में चुनाव के बाद हिंसा की कोई घटना नहीं हुई थी। वहीं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट का कहना है कि 2021 में विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद हत्या और बलात्कार के की मामले सामने आए। हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई मामलों की जांच कर रही है।