प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड में राष्ट्रीय कैडेट कोर की रैली का निरीक्षण किया। पीएम मोदी ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया और NCC की टुकड़ियों के मार्च पास्ट की समीक्षा की। इस दौरान उन्हें पगड़ी पहने देखा गया। साथ ही उन्होंने काले रंग का चश्मा भी लगाया था।
इससे पहले मोदी ने बुधवार को 73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर ब्रह्मकमल से सुसज्जित उत्तराखण्ड की टोपी और मणिपुर का पारंपरिक गमछा ‘लेंग्यान’ धारण किया, जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया। राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने से पहले मोदी पारंपरिक कुर्ता पायजामा के साथ दोनों राज्यों के पारंपरिक परिधानों के अभिन्न अंगों को धारण कर राष्ट्रीय समर स्मारक पहुंचे थे।
PM मोदी ने NCC रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इस समय देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। जब एक युवा देश, इस तरह के किसी ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनता है, तो उसके उत्सव में एक अलग ही उत्साह दिखता है। यही उत्साह मैं अभी करियप्पा ग्राउंड में देख रहा हूं।
मोदी बोले- मैं भी NCC का सक्रिय कैडेट रहा हूं
उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं भी कभी आपकी तरह ही एनसीसी का सक्रिय कैडेट रहा हूं। मुझे एनसीसी में जो ट्रेनिंग मिली, जो जानने सीखने को मिला, आज देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में मुझे उससे असीम ताकत मिलती है। अब देश की बेटियां सैनिक स्कूलों में एडमिशन ले रही हैं। सेना में महिलाओं को बड़ी जिम्मेदारियां मिल रही हैं। एयरफोर्स में देश की बेटियां फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं। ऐसे में हमारा प्रयास होना चाहिए कि एनसीसी में भी ज्यादा से ज्यादा बेटियां शामिल हों।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज इस समय जितने भी युवक-युवतियां NCC में हैं, NSS में हैं, उसमें से ज्यादातर इस शताब्दी में ही पैदा हुए हैं। आपको ही भारत को 2047 तक लेकर जाना है। इसलिए आपकी कोशिशें, आपके संकल्प, उन संकल्पों की सिद्धि, भारत की सिद्धि होगी, भारत की सफलता होगी।
NCC कैंप में 17 राज्यों के कैडेट ले रहे हिस्सा
NCC रैली हर साल 28 जनवरी को आयोजित की जाती है। इस NCC कैंप में देश के 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 500 सहायक स्टाफ और 380 गर्ल्स कैडेट समेत 1,000 कैडेट्स ने भाग ले रहे हैं। पीएम मोदी ने एनसीसी कैडेटों को सेना की कार्रवाई, स्लेदरिंग, माइक्रोलाइमाइक्रोलाइट फ्लाइंग, पैरासेलिंग के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कौशल दिखाते हुए देखा। सबसे बढ़िया कैडेटों को प्रधानमंत्री की ओर से पदकों से नवाजा जाएगा।