मुंबई ड्रग्स-ऑन-क्रूज मामले में एनसीबी की चार्जशीट में आर्यन खान को क्लीन चिट मिल चुकी है। एनसीबी के अधिकारी साफ कर चुके हैं ड्रग्स मामले में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले तो आर्यन खान को दोषी ठहराए। एनसीबी के अधिकारियों ने समीर वानखेड़े की टीम की जांच को गलत बताया। अब इस मामले में नई जानकारी सामने आई है। ड्रग्स केस में 14 आरोपियों में से एक अरबाज मर्चेंट ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को बताया कि उन्हें पार्टी में ड्रग्स लाने के खिलाफ चेतावनी दी गई थी। यह चेतावनी देने वाला और कोई नहीं आर्यन खान था। आर्यन ने मर्चेंट से कहा था कि एनसीबी काफी एक्टिव है इसलिए पार्टी में किसी तरह की ड्रग्स ले जाना ठीक नहीं है।
एनसीबी के उप महानिदेशक (संचालन) संजय कुमार सिंह ने पीटीआई को बताया कि मामले का ‘मूल आधार’ था कि अरबाज मर्चेंट आर्यन खान के लिए ड्रग्स ले जा रहा था जो पूरी तरह से ‘भ्रामक’ पाया गया। सिंह ने पीटीआई से कहा, “उनके (आर्यन खान के) दोस्त अरबाज मर्चेंट ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने आर्यन खान के लिए ड्रग्स लिए थे। वास्तव में, उन्होंने एसआईटी को बताया कि आर्यन खान ने उनसे कहा था कि क्रूज पर कोई ड्रग्स नहीं लाया जाना चाहिए क्योंकि एनसीबी बहुत सक्रिय है।”
समीर वानखेड़े पर ऐक्शन
क्रूज ड्रग्स केस में आर्यन खान को मिली क्लीन चिट के बाद अब मामले के पूर्व जांच अधिकारी समीन वानखेड़े निशाने पर आ गए हैं। सूत्रों का कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार ने आर्यन खान ड्रग्स बरामदगी मामले में पूर्व-एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की जांच को घटिया और खराब कहा है। ऐसे में सरकार ने मामले में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि समीर वानखेड़े के फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में सरकार पहले ही कार्रवाई कर चुकी है।
एनसीबी की चार्टशीट में इनके नाम
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को मामले में मुख्य आरोपी के रूप में देखा गया था, लेकिन एनसीबी की एसआईटी द्वारा उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलने के बाद कल उन्हें क्लीन चिट दे दी गई थी। लेकिन, अरबाज मर्चेंट एनसीबी द्वारा अंतिम चार्जशीट में 14 आरोपियों में से एक है। अन्य लोगों में विक्रांत चोककर, मोहक जसवाल, इश्मीत एस चड्ढा, गोमित चोपड़ा, अब्दुल कादर शेख, श्रेयस सुरेंद्र नायर, मनीष राजगढ़िया, चिनेदु इगवे, शिवराज आर हरिजन, नुपुर सतीजा, ओकोरो उज़ोमा, मुमुन धमेचा और आचित कुमार हैं।