सूरत- वैश्विक स्तर पर सिंथेटिक यानी लैब में तैयार हीरों से असली हीरे के बाजार में बड़ी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। हीरे की पॉलिशिंग और फेसिंग फैक्टरियों पर असर पड़ रहा है. हीरा कारोबार के केंद्र सूरत में हीरे की ढलाई करने वाली एक फैक्ट्री के 600 कर्मचारियों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है. इसके लिए उन्होंने विरोध जताया. पुलिस ने विरोध करने वालों को पीटा और कंपनी से खदेड़ दिया. कहा जा रहा है कि यह संकट कृत्रिम हीरों की वजह से मजदूरों पर आया है।
सिंथेटिक हीरों के बढ़ते कारोबार से सूरत का बाजार प्रभावित हो रहा है। असली हीरों की कीमत और अंतरराष्ट्रीय बाजार में उनकी बिक्री पर भी काफी असर पड़ा है. इस बीच सिंथेटिक हीरा कारोबार से जुड़ी एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कंपनी ने हीरे की कीमतें 37 फीसदी तक कम कर दी हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उनके सिंथेटिक हीरों की कीमत 800 डॉलर प्रति कैरेट से घटाकर 500 डॉलर प्रति कैरेट कर दी गई. बताया जा रहा है कि इसका सबसे ज्यादा असर हीरे के कारोबार पर पड़ा है और साथ ही हीरे की खरीद-फरोख्त करने वाले छोटे कारोबारियों पर भी पड़ा है. कृत्रिम हीरों की बढ़ती मांग के चलते असली हीरों का कारोबार मंदा होता नजर आ रहा है।