दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद लग रह है कि आम आदमी पार्टी गुजरात चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं। खबर है कि पार्टी छोटू वसावा की अगुवाई वाली भारतीय ट्राइबल पार्टी के साथ गठबंधन पर विचारकर रहे हैं। हाल ही में केजरीवाल ने पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ अहमदाबाद में बड़ा रोड शो किया था। इधर, वसावा ने भी पुष्टि कर दी है कि उनकी पार्टी ने आप के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया है।
गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव हो सकते हैं और आप ने सभी 182 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। सूत्र बताते हैं कि केजरीवाल के गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आप और बीटीपी के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा हुई थी। आप गुजरात के अध्यक्ष गोपाल इटालिया बताते हैं, ‘बीटीपी के साथ गठबंधन को लेकर चर्चाएं जारी हैं।’
हिंदुस्तान टाइम्स से फोन पर हुई बातचीत में वसावा ने बताया, ‘लोग भाजपा और कांग्रेस दोनों से परेशान हो गए हैं। हमने आप के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है। इस गठबंधन को आगे कैसे लेकर जाना है, इसपर चर्चा करने के लिए हम जल्दी दिल्ली जाएंगे।’ उन्होंने कहा कि गठबंधन केवल गुजरात के लिए ही नहीं होगा, बल्कि आदिवासी समुदाय के हितों को देखते हुए यह राष्ट्रीय स्तर पर होगा।
बीटीपी की राजनीति समझें
बीटीपी के गुजरात और राजस्थान में दो-दो विधायक हैं। गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में वसावा की खासी मौजूदगी है। ऐसे में बीटीपी के साथ हाथ मिलाना आप के लिए फायदेमंद होगा। इससे पार्टी की पहुंच आदिवासियों तक होगी, जो राज्य की आबादी में 16-17 फीसदी हिस्सेदारी रखते हैं। आप के रणनीतिकार संदीप पाठक गुजरात प्रभारी भी हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि आंतरिक सर्वे के अनुसार अगर आज चुनाव होते हैं तो पार्टी गुजरात में 55-60 विधानसभा सीटें जीत सकती है।
जद(यू) के पूर्व नेता छोटू वसावा ने 2017 चुनाव के दौरान अपने बेटे महेश वसावा के साथ मिलकर बीटीपी का गठन किया था और पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन में आ गई थी। उनकी पार्टी ने गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में दो सीटें अपने नाम की थी। एक ओर जहां उन्होंने भरूच की झागड़िया सीट से जीत दर्ज की। वहीं, उनके बेटे नर्मदा जिले के डेडियापाडा से जीते थे।