दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। खास बात है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनवरी में ही उनकी गिरफ्तारी का अनुमान जताया था। वहीं, इससे पहले जैन ने भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि वह गिरफ्तार होने के लिए तैयार हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केजरीवाल ने जनवरी में कहा था, ‘हमारे सूत्रों से हमें पता चला है कि आने वाले कुछ दिनों में पंजाब चुनाव से कुछ समय पहले ही ईडी सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करने जा रही है। उनका बहुत स्वागत है। इससे पहले भी केंद्र ने सत्येंद्र जैन के यहां छापेमारी कराई थी, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ।’ 10 मार्च को पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए थे।
ईडी ने सोमवार को दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को धनशोधन के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एजेंसी ने पिछले महीने कहा था कि जैन के परिवार और जैन से संबंधित कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति को उनके खिलाफ एक धनशोधन मामले की जांच के तहत अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि मंत्री को धनशोधन (निवारण) अधिनियम की आपराधिक धाराओं के तहत हिरासत में लिया गया है। जैन (57) अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, गृह, शहरी विकास और जल मंत्री हैं।
आप ने उठाए सवाल
गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जैन को आठ साल पुराने “फर्जी” मामले में गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि वह हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के प्रभारी हैं और भाजपा को चुनावों में हार का डर है।
सिसोदिया ने हिंदी में किए गए एक ट्वीट में कहा, “सत्येंद्र जैन के खिलाफ आठ साल से एक फर्जी मामला चलाया जा रहा है। अभी तक कई बार ईडी उन्हें तलब कर चुकी है। बीच में कई साल ईडी ने उन्हें बुलाना भी बंद कर दिया था, क्योंकि उसे कुछ मिला ही नहीं। अब फिर शुरू कर दिया क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के चुनाव प्रभारी हैं।”