मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले माहौल चुनावी होता जा रहा है। ऐसे में भाजपा में मंगलवार को 3 विधायक शामिल हुए। सपा विधायक राजेश कुमार शुक्ला, बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा और निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा ने भगवा पार्टी का दामन थाम लिया है।
छतरपुर के बिजावर से सपा के विधायक राजेश शुक्ला और भिंड से बीएसपी के विधायक संजीव कुशवाहा ने अपनी पार्टी छोड़कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में भगवा पार्टी की सदस्यता ली। संजीव कुशवाहा की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी बीजेपी से ही रही है। उनके पिता रामलखन सिंह पांच बार सांसद रह चुके हैं।
वर्तमान में ये दोनों विधायक बाहर से बीजेपी को समर्थन दे रहे थे। खास बात ये है कि इन तीनों विधायकों पर दलबदल नियम लागू नहीं होगा। क्योंकि समाजवादी पार्टी से केवल एक विधायक राजेश शुक्ला के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी का 100% विलय बीजेपी में हो गया है।
वहीं रामबाई और संजीव कुशवाहा के रूप में बसपा के पास दो विधायक हैं। इस तरह 50% विलय बीजेपी में होने पर भी दलबदल अधिनियम लागू नहीं होगा। आपको बता दें कि एमपी में जुलाई में ही नगरीय निकाय चुनाव होना है। और इन विधायकों के शामिल होने से कांग्रेस को कड़ी टक्कर और बीजेपी को बड़ा समर्थन मिलेगा। 230 सदस्यों की एमपी विधानसभा में इस समय बीजेपी के 127 सदस्य हैं।